Janmashtami 2025 Upay: जन्माष्टमी का त्यौहार कृष्ण भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है। भगवान कृष्ण की विशेष कृपा पाने के लिए लोग इस दिन व्रत रखते हैं। साथ ही, इस दिन किए गए उपाय भी कारगर साबित होते हैं। वर्ष 2025 में जन्माष्टमी का त्यौहार 16 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान को पीले फूलों की माला अर्पित करने से भक्तों पर श्री कृष्ण की कृपा बनी रहती है और मान्यता है कि इस उपाय को करने से लोगों का जन्म सार्थक होता है।
बच्चों से संबंधित महाउपाय
यदि आपके घर में किसी बच्चे को वाणी दोष है या बच्चे को बोलने में कठिनाई हो रही है या किसी भी प्रकार का निर्णय लेने में कठिनाई हो रही है, या बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है या उसे परीक्षा देने में बार-बार रुकावटों का सामना करना पड़ रहा है, तो जन्माष्टमी के दिन आप इस महाउपाय से इन समस्याओं का आसानी से अंत कर सकते हैं।
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन यदि बच्चे की आयु 14 वर्ष से अधिक है, तो बच्चों को व्रत रखने की सलाह दें। ऐसा करने से बच्चों को श्री कृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त होगा। साथ ही, इस विशेष दिन पर बच्चे को मथुरा श्री कृष्ण भूमि ले जाएँ और भगवान के जन्मोत्सव पर बच्चे के हाथों से माखन मिश्री और 8 इंच की चांदी की बांसुरी का भोग लगाएँ। ऐसा करने से श्री कृष्ण की कृपा बनी रहती है और जीवन में आ रही समस्याओं से शीघ्र ही मुक्ति मिलती है।
केतु दोष के लिए महाउपाय
जिन लोगों की कुंडली में केतु दोष है या वे केतु से पीड़ित हैं, उन्हें केतु ग्रह की शांति के लिए अपने घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में बांसुरी अवश्य रखनी चाहिए।
अशांत मन के लिए महाउपाय
जिन लोगों का मन अशांत, भावुक, चंचल, अनिद्रा की समस्या से ग्रस्त है, उन्हें चांदी की बांसुरी बनवाकर सोते समय अपने तकिये के नीचे रखनी चाहिए। यह उपाय करने से लाभ होता है और बांसुरी मन को स्थिर रखने में मदद करती है।
जीवन में उन्नति और समृद्धि के लिए घर की उत्तर-पश्चिम दिशा में चांदी की बांसुरी रखें, ऐसा करने से लाभ होता है।
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