Chhath Puja Arghya Mantra 2025: लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरूआत हो चुकी है. ये पर्व भगवान सूर्य और छठी मैया को समर्पित है. छठ के महापर्व पर भगवान सूर्य और छठी मैया की पूजा-अर्चना की जाती है. ये 36 घंटों तक चलने वाला निर्जला व्रत उल्लास और आस्था का प्रतीक है. शाम के समय डूबते सूर्य को संध्या अर्घ्य, जबकि सुबह उगते सूर्य को उषा अर्घ्य दिया जाता है.
आज यानी की 27 अक्टूबर को छठ का तीसरा दिन यानी की संध्या अर्घ्य का समय है और कल यानी की 28 अक्टूबर को छठ का चौथा दिन उषा अर्घ्य को समर्पित है. तो आइए जानते हैं इस समय कौन-से मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है.
सूर्य मंत्र (सामान्य)
ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नः सूर्यः प्रचोदयात।। ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
इस मंत्र का जाप करने से सेहत सुधरती है. साथ ही सूर्य देव से समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
सूर्य के बीज मंत्र
ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः ॐ घृणि: सूर्याय नमः
इस मंत्र का जाप करने से रुके और अटके काम बनने लगते हैं. जीवन में सफलता की नई राहें खुलती हैं.
सूर्य गायत्री मंत्र
ॐ आदित्याय विद्महे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्य: प्रचोदयात।।
इस मंत्र का जाप करने से जीवन की मुश्किलों से छुटकारा मिलाता है. साथ ही मानसिक शांति मिलती है.
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सूर्य आदित्य हृदय स्तोत्र मंत्र
ॐ अस्य आदित्यह्रदय स्तोत्रस्य अगस्त्यऋषि: अनुष्टुप्छन्दः आदित्यह्रदयभूतो भगवान ब्रह्मा देवता निरस्ताशेषविघ्नतया ब्रह्माविद्यासिद्धौ सर्वत्र जयसिद्धौ च विनियोगः।।
इस मंत्र का जाप आत्मविश्वास बढ़ाता है. मंत्र के जाप से पिता-पुत्र के संबंध सुधरते हैं. घर में शांति बनी रहती है.
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(Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. इनखबर इस बात की पुष्टि नहीं करता है)

