Chandra Grahan Myths: साल 2025 में चंद्रग्रहण 7 सितंबर 2025 पड़ रहा है. ये पूरे भारत में दिखेगा. इससे जुड़ी कई सारी मान्यताएं भी हैं. तो आइए जानते हैं कि चंद्र ग्रहण के बाद मंदिर की सफाई क्यों करनी चाहिए?
चंद्रग्रहण के बाद मंदिर की सफाई क्यों करें:
चंद्रग्रहण के बाद मंदिर की सफाई करने का विशेष महत्व है। इस दौरान वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। इसी वजह से मंदिर में भगवान की मूर्तियों में भी नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश कर सकती है। इसीलिए चंद्रग्रहण के दौरान मंदिर की साफ-सफाई का भी खास महत्व है।
पवित्रता बनाएं रखना
मंदिर को धोना एक तरह का शुद्धिकरण है, जो फिर से सकारात्मक वातावरण बनाने और देवी-देवताओं की पूजा करने से पहले घर को शुद्ध करने में मदद करता है।
नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्रग्रहण एक अशुभ काल होता है, जिसके दौरान नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है। इसलिए ग्रहण के बाद मंदिर की साफ-सफाई करनी चाहिए।
चंद्रग्रहण के बाद क्या करें?
स्नान करना है जरूरी:
ग्रहण खत्म होने के बाद सबसे पहले खुद स्नान करें और फिर साफ कपड़े पहनें। इससे आपके अंदर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाएगी।
गंगाजल से घर को शुद्ध करें
मंदिर और घर में गंगाजल छिड़के इससे पूरे घर और मंदिर का शुद्धिकरण हो जाएगा। इसलिए गंगाजल से मूर्तियों और मंदिर से शुद्ध करें।
पूजा-पाठ करें
मंदिर को शुद्ध करने के लिए भगवान की पूजा-अर्चना करें. इससे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है.

