Rajasthan Crime News: राजस्थान के झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ कस्बे में धनतेरस के दिन एक व्यापारी के घर से लाखों के जेवरात चोरी होने के मामले ने हर किसी को हैरान करके रख दिया है. पुलिस ने मामले में संज्ञान लेते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी हुए सोने-चांदी के जेवरात बरामद किए हैं. आरोपियों से पुलिस पूछताछ करने में जुटी हुई है.
पूरी घटना और कैसे हुआ खुलासा?
थानाधिकारी धर्मेंद्र कुमार के मुताबिक, वार्ड नंबर 5 निवासी व्यापारी संदीप महाजन ने एक चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि धनतेरस की शाम जब वह पूजा के लिए कमरे के फर्श में दबाकर रखे गए जेवरात निकालने गया तो उसे जेवरात गायब मिले. पुलिस की शुरुआती जांच में यह सामने आया कि चोरी की वारदात को उन्हीं के घर में काम करने वाले दो नौकरों कृष्ण कुमार और सियाराम शर्मा ने अंजाम दिया था.
चोरों ने कैसे बनाई चोरी की शातिर योजना?
पीड़ित की शिकायत के आधार पर पुलिस ने बिना देर किए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है. पूछताछ में यह पता चला कि चिड़ावा निवासी कृष्ण नायक लंबे समय से व्यापारी के यहां काम किया करता था और उसे जेवरात फर्श के नीचे छुपाए जाने की जानकारी मिली थी. करीब तीन महीने पहले ही उसने अपने साथी सियाराम शर्मा के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई और वारदात को अंजाम दिया.
दोनों नौकरों को महाजन दंपत्ति के रोज सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाने का समय पता था. इसी दौरान, सफाई के बहाने उन्होंने फर्श के नीचे बने तहखाने से करीब 40 लाख रुपये के जेवरात चोरी कर लिए.
पुलिस ने कैसे किया चोरी का सामान बरामद?
वारदात को अंजाम देने के बाद उन्होंने अधिकांश जेवरात गौशाला के पास एक बीड़ में पेड़ के नीचे गड्ढा खोदकर जेवरात को छुपा दिया. पुलिस ने लगभग 15 लाख रुपये कीमत के सोने-चांदी के जेवरात बरामद कर लिए है. लेकिन, चोरी की घटना के दौरान आरोपियों ने कुछ आभूषण बेच भी दिए थे, जिनकी बरामदगी और खरीदारों की तलाश अब भी जारी है. व्यापारी संदीप महाजन ने इस कार्रवाई के लिए पुलिसकर्मियों का आभार भी जताया है. फिलहाल, दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है.

