Impulse Buying: अधिकतर महिलाओं को शॉपिंग करने का काफी शौक होता है। वो कई बार बाजार जाकर खरीदारी करना पसंद करती हैं तो कभी-कभी ऑनलाइन शॉपिंग करती हैं। महिलाओं के कपड़ों से लेकर मेकअप तक हर चीज में वैरायटी भी होती है. जिसकी वजह से उनका शॉपिंग करने का मन और भी ज्यादा करता है.
कभी कपड़े खरीदने तो कभी अपनी मनपसंदीदा लिपस्टिक लेने तक की पूरी प्लानिंग कर लेती हैं। पर कभी-कभी ऐसा भी होता है कि वो ऐसी चीजें भी खरीद लेती हैं जिनकी शायद उनको जरूरत भी न हो।
इंपल्स बाइंग (Impluse Buying) क्या होती है?
इंपल्स बाइंग (Impluse Buying) का मतलब है कि जब कोई व्यक्ति बिना किसी प्लान के शॉपिंग करता है और बस उसे जो चीज अट्रेक्टिव लगती है उसके आधार पर उसे खरीद लेता है। ये कोई भी चीज हो सकती है जैसे चॉकलेट, कपड़े, एक्सेसरीज. इस तरह से चीजें खरीदने से आप कई बार वो सामान खरीद लेते हैं जिसकी शायद आपको बिल्कुल भी जरूरत न हो।
इंपल्स बाइंग (Impluse Buying) के क्या कारण हैं?
इंपल्स बाइंग का सबसे बड़ा कारण है कि आप अपने दिमाग से ज्यादा दिल की सुनते हैं। आपको जो चीज आकर्षक लगती है आप उस हिसाब से उसे खरीद लेते हैं। सोशल मीडिया में कई क्रिएटर्स का कंटेंट देखने के बाद आप उन चीजों को भी खरीद लेते हैं जिनकी आपको कोई जरूरत नहीं होती है। आप एडवर्टीस्मेंट को देखकर चीजों को खरीद लते हैं और बाद में एहसास करते हैं कि इस सामान का कोई यूज नहीं है.
इंपल्स बाइंग से बचने के लिए क्या करें?
शॉपिंग करने से पहले सोच-विचार करें:
इंपल्स बाइंग से बचने के लिए पहले आप सोचे कि आपको किन चीजों की जरूरत है और कौन-सी आपको शौक के लिए चाहिए। ऐसा करने से आप अपनी नीड्स और वॉन्ट्स में फर्क करना सीख पाएंगे और इंपल्स बाइंग करने से बच सकते हैं।
पहले बनाएं लिस्ट:
आप किसी स्टोर पर जाने या ऑनलाइन शॉपिंग करने से पहले उन चीजों की लिस्ट बना लें जिनकी आपको सच में जरूरत है। इससे आपको पता चल जाएगा कि किन चीजों पर आपको पैसा लगाना है किन पर नहीं।
बजट तैयार करने से मिलेगी मदद:
आप एक बजट तैयार करें जिसमें ये लिखें कि आपके पास फिलहाल कितना पैसा है और आप कितने पैसे खर्च कर सकते हैं. अगर आप एक बजट बना लेते हैं तो इससे आपको मदद मिलेगी कि आपको इतने ही रुपए में शॉपिंग करनी है जिसकी वजह से आप इंपल्स बाइंग से बच सकते हैं.
कैस का करें यूज:
आप जब भी शॉपिंग करें तो इस बात का ध्यान रखें कि क्रेडिट कार्ड या ऑनलाइन पेमेंट करने की जगह आप कैस का इस्तेमाल करें। इससे आपको पता रहेगा कि आपने कितने रूपए खर्च किए हैं और बजट का अंदाजा लगाना भी आसान हो जाएगा।

