Signs of Possessiveness: कहते हैं प्यार में अपनापन जरूरी है, लेकिन जब यही अपना पन हद से ज़्यादा बढ़ जाए तो यह रिश्ते का गला घोंट देता है. कई बार लोग इसे “केयर” या “अटेंशन” का नाम देते हैं, लेकिन हकीकत में यह ओवर पजेसिवनेस यानी ज़रूरत से ज़्यादा अधिकार जताने की आदत होती है. यही आदत धीरे-धीरे एक खूबसूरत रिश्ते को बोझ बना देती है.
मुख्य संकेत
• हर वक्त पार्टनर की गतिविधियों पर नजर रखना
• उसकी आजादी या फैसलों में दखल देना
• बार-बार सवाल करना कि वह कहां है, किससे बात कर रहा है
• सोशल मीडिया और मोबाइल पर लगातार जांच करना
ओवर पजेसिव व्यक्ति अपने पार्टनर की हर गतिविधि पर नजर रखता है, वह किससे बात कर रहा है, कहां जा रहा है, सोशल मीडिया पर किसे फॉलो कर रहा है, और यहां तक कि किसे मुस्कुरा कर देख रहा है. यह लगातार कंट्रोल करने की प्रवृत्ति न सिर्फ पार्टनर की आज़ादी छीन लेती है, बल्कि उसके आत्मविश्वास और निजी स्पेस पर भी असर डालती है.
इसका असर रिश्ते पर
• पार्टनर को लगता है कि उस पर भरोसा नहीं किया जा रहा
• मानसिक तनाव और झगड़े बढ़ने लगते हैं
• रिश्ते में दूरी और उदासी आने लगती है
• धीरे-धीरे इमोशनल डिटैचमेंट बढ़ जाता है
रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स का मानना है कि ओवर पजेसिवनेस दरअसल असुरक्षा और डर की भावना से जन्म लेती है- डर खोने का, डर धोखा खाने का. लेकिन, यही डर रिश्ते को धीरे-धीरे अंदर से तोड़ देता है. पार्टनर को ऐसा लगता है कि उस पर भरोसा नहीं किया जा रहा. और जब भरोसा ही टूट जाए, तो रिश्ता कितना भी मजबूत क्यों न हो, टिक नहीं पाता.
रिश्ते को बचाने के उपाय
• पार्टनर पर भरोसा करना सीखें
• हर बात में दखल देने से बचें
• अपनी असुरक्षाओं पर खुलकर बात करें
• उन्हें अपना स्पेस और वक्त दें
रिश्तों को संभालने का पहला नियम है- भरोसा और स्पेस. प्यार तभी टिकता है जब दोनों लोग एक-दूसरे की आजादी का सम्मान करें. पार्टनर को हर वक्त मॉनिटर करने के बजाय उस पर यकीन करें. याद रखिए, सच्चा प्यार बांधता नहीं, बल्कि आजाद करता है.

