Mother Dairy Milk Types : मदर डेयरी भारत के मेन डेयरी ब्रांडों में से एक है, जो लोगों की जरूरतों के अनुसार अलग-अलग प्रकार का दूध उपलब्ध कराती है. हर प्रकार के दूध में वसा (फैट) और पोषक तत्वों की मात्रा अलग होती है, जिससे उसका गाढ़ापन, स्वाद और उपयोग में भी अंतर आता है. आइए जानते हैं मदर डेयरी के मेन दूध के प्रकार और उनकी विशेषताएं.
फुल क्रीम दूध – सबसे गाढ़ा और मलाईदार
फुल क्रीम दूध में फैट की मात्रा सबसे ज्यादा होती है. इसमें से क्रीम नहीं निकाली जाती, इसलिए ये बहुत गाढ़ा और मलाईदार होता है. ये दूध उन लोगों के लिए अच्छा माना जाता है जिन्हें ज्यादा एनर्जी की जरूरत होती है, जैसे बच्चों, खिलाड़ियों या स्वास्थ्य लाभ ले रहे लोगों के लिए. इसकी मदद से स्वादिष्ट मिठाइयां, खीर या दही भी बनाई जाती हैं.
टोन्ड दूध
टोन्ड दूध में लगभग 3% फैट होता है. ये फुल क्रीम की तुलना में हल्का होता है और इसमें कैलोरी तथा फैट दोनों कम होते हैं. ये उन लोगों के लिए सही है जो रोजाना दूध पीना चाहते हैं लेकिन ज्यादा फैट नहीं लेना चाहते. टोन्ड दूध को आमतौर पर चाय, कॉफी या नाश्ते के साथ पिया जाता है.
डबल टोन्ड दूध
डबल टोन्ड दूध में फैट की मात्रा लगभग 1.5% से 3% तक होती है. इसमें से अधिकतर क्रीम हटा दी जाती है, जिससे ये बहुत हल्का हो जाता है. ये दूध उन लोगों के लिए अच्छा है जो फिटनेस का ध्यान रखते हैं या डॉक्टर द्वारा कम फैट वाला आहार लेने की सलाह दी गई है. स्वाद में ये हल्का होता है, लेकिन इसमें प्रोटीन और कैल्शियम जैसी जरूरी पोषक तत्व मौजूद रहते हैं.
गाय का दूध – आसानी से पचने वाला
गाय के दूध में लगभग 4% फैट होता है और इसमें A2 टाइप प्रोटीन पाया जाता है, जो शरीर द्वारा आसानी से पचाया जा सकता है. इसका रंग हल्का पीला होता है और ये बच्चों व बुजुर्गों दोनों के लिए फायदेमंद माना जाता है. ये हड्डियों और मांसपेशियों के लिए भी अच्छा स्रोत है.
भैंस का दूध – ज्यादा फैट और प्रोटीन वाला
भैंस के दूध में लगभग 6.5% फैट होता है, जो इसे और भी मलाईदार बनाती है. इसमें प्रोटीन की मात्रा भी ज्यादा होती है. ये दूध उन लोगों के लिए अच्छा है जिन्हें ज्यादा एनर्जी की जरूरत होती है. इससे पनीर, दही और मिठाइयां बहुत स्वादिष्ट बनती हैं.

