मनीष मेहता की रिपोर्ट, Ranchi, Jharkhand: झारखंड पुलिस के लिए बड़ी सफलता की ओर कदम बढ़ चुके हैं। गैंगस्टर मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा, जिसे कुख्यात अपराधी लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू का करीबी माना जाता है, अब जल्द ही भारत लाया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, एटीएस एसपी के नेतृत्व में 3 सदस्यीय विशेष टीम सोमवार को अज़रबैजान के लिए रवाना हो चुकी है। अज़रबैजान सरकार से भारत को ग्रीन सिग्नल मिल गया है, जिसके बाद औपचारिक प्रत्यार्पण की प्रक्रिया शुरू की गई।
23 अगस्त को रांची लाया जाएगा
जानकारी के अनुसार, 22 अगस्त को अज़रबैजान सरकार गैंगस्टर मयंक सिंह को भारतीय अधिकारियों के हवाले करेगी। इसके बाद 23 अगस्त को मयंक को भारत लाकर सीधे रांची लाया जाएगा। पुलिस सूत्रों का कहना है कि उसकी गिरफ्तारी से बिश्नोई और अमन साहू गिरोह की कई अहम परतें खुलने की संभावना है।
लॉरेंस–अमन गिरोह से गहरे रिश्ते
गैंगस्टर मयंक सिंह पर हत्या, रंगदारी और अवैध हथियार कारोबार के कई गंभीर मामले दर्ज हैं। जांच एजेंसियां पहले ही यह खुलासा कर चुकी हैं कि उसका संबंध न केवल लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से है, बल्कि झारखंड में सक्रिय अमन साहू गैंग से भी गहरी कड़ियां जुड़ी हुई हैं।
पुलिस की बड़ी कामयाबी
अधिकारियों का कहना है कि मयंक सिंह के भारत आने के बाद पूछताछ में कई संगठित अपराधों और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता है। प्रत्यार्पण को लेकर भारत सरकार और अज़रबैजान सरकार के बीच उच्चस्तरीय बातचीत के बाद ही इस ऑपरेशन को अंतिम रूप दिया गया है। झारखंड पुलिस का दावा है कि यह कदम प्रदेश में संगठित अपराध पर बड़ा प्रहार साबित होगा। अब सबकी निगाहें 23 अगस्त पर टिकी हैं, जब यह कुख्यात गैंगस्टर भारत की धरती पर होगा और पुलिस रिमांड में उससे कई रहस्यों का खुलासा कराएगी।

