UP Crime News: आपने आजतक आत्महत्या की कई खबरें पढ़ी होंगी। लेकिन ये खबर पढ़कर आप अंदर तक हिल जाएंगे। दरअसल, पूरा मामला ये है कि कवि नगर इलाके में सगे भाई-बहन की आत्महत्या की खबर जो भी पढ़ रहा है, सोचने पर मजबूर हो रहा है। भाई अविनाश दिल्ली में सरकारी नौकरी करता था। वह खुफिया विभाग में कार्यरत था, लेकिन पारिवारिक कलह सहन नहीं कर सका। बहन अंजलि भी पढ़ी-लिखी थी। वह नोएडा की एक बड़ी कंपनी में टीम का नेतृत्व कर रही थी। अंजलि ने अपने 22 पन्नों के सुसाइड नोट में अपनी एक खास दोस्त का जिक्र किया है। उसने लिखा है कि वही उसकी चिता को मुखाग्नि देगा। अंजलि ने अपने खाते में आए पैसे उस दोस्त के खाते में ट्रांसफर कर दिए हैं।
अंजलि ने अपने पत्र में क्या लिखा?
अंजलि ने अपनी दोस्त को लिखे पत्र में लिखा है- ‘अब सब कुछ तुम्हारे हाथ में है, मैं अब इस दुनिया से जा रही हूँ। तुम ही मेरी चिता को मुखाग्नि देना, मेरे माता-पिता और किसी और को मेरे शरीर को छूने मत देना।’ अंजलि ने अपनी दोस्त को अपना शुभचिंतक बताया। उसने लिखा कि वह उसे कुछ उपहार देना चाहती है। उन्होंने अपने एक बैंक खाते का पैसा अपने पास रखने को कहा। तो वहीं, दूसरे बैंक के पैसे और पॉलिसी घर के लोगों को देने की बात कही है।
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अपनी मां और पिता पर लगाए कई आरोप
ग्राफिक डिजाइनर दोस्त के साथ पार्टनरशिप में काम किया था। परिवार के एक सदस्य के मुताबिक, अंजलि की एक ग्राफिक डिजाइनर दोस्त है। दोनों साथ काम कर चुके हैं। अंजलि के पिता सुखवीर सिंह सरकारी अधिकारी हैं। सौतेली मां रितु सिंह भी सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। अंजलि ने सुसाइड नोट में अपनी मां और पिता पर कई आरोप लगाए हैं। अंजलि ने बताया कि कैसे वह 16 साल से अपनी सौतेली मां के साथ रह रही थी। उसके भाई को इतनी मेहनत करने के बाद सरकारी नौकरी मिली थी, लेकिन वह अपनी मर्जी से जिंदगी नहीं जी पा रहा था।

