Bal Thackeray death row: शिवसेना के एकनाथ शिंदे की पार्टी के नेता रामदास कदम ने बालासाहेब ठाकरे के पार्थिव शरीर को लेकर एक गंभीर दावा किया है. उन्होंने कहा कि बालासाहेब ठाकरे के निधन के बाद, उनके पार्थिव शरीर को दो दिनों तक उनके आवास ‘मातोश्री’ में रखा गया था और उनके उंगलियों के निशान लिए गए थे. अब उद्धव ठाकरे गुट के नेता अनिल परब ने कदम के बयान पर पलटवार किया है.
उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेता ने रामदास कदम के बयान को निराधार बताया. उन्होंने यह भी कहा कि वह अदालत जाकर कदम के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे. अनिल परब ने कहा, “यह 100% झूठ है. बालासाहेब से मिलने के लिए भीड़ जमा हुई थी. किसी के पार्थिव शरीर को दो दिनों तक ऐसे ही रखा जा सकता है? क्या शव बिना कॉफिन या मोर्चरी के रखा जा सकता है?”
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रामदास कदम के बयान को झूठ करार दिया
अनिल परब ने रामदास कदम पर निशाना साधते हुए आगे कहा, “रामदास कदम का विवेक जवाब दे गया है। क्या किसी शव को बिना ताबूत या शवगृह के रखा जा सकता है?” उन्होंने कदम के आरोपों को झूठा, निराधार और निराधार बताया.
“मनगढ़ंत और बेबुनियाद दावे”
अनिल परब ने कहा, “चाहे कोई भी इंजेक्शन दिया जाए, चाहे कुछ भी किया जाए, मुंबई का कौन सा डॉक्टर ऐसा करने की हिम्मत करेगा? डॉक्टरों की एक टीम मौजूद थी, क्या वे ऐसा गलत काम करेंगे?” अनिल परब ने साफ़ तौर पर कहा कि शव को दो दिन तक रखने का दावा मनगढ़ंत और निराधार है.
अनिल परब ने आगे कहा कि, जब बालासाहेब जिंदा थे तो उन्होंने अपने हाथ का मोल्ड बनाया था. पहले ये सहारा क्रिकेट स्टेडियम में रखा गया था बाद में ये उद्धव ठाकरे जहां बैठते हैं उनके पीछे रखा जाता है. ये पूरा पंजा है जो बालासाहेब जब जिंदा थे तब बनाया गया था. इसका आशय यह है कि रामदास कदम झूठ बोल रहे हैं कि बालासाहेब का अंगूठा कागज पर लिया गया.
रामदास कदम पर आगे हमला करते हुए अनिल परब ने उनकी पत्नी का ज़िक्र किया. उन्होंने कहा, “मेरा आरोप है कि रामदास कदम की पत्नी ज्योति रामदास कदम को जलाकर मार डाला गया. इसकी जाँच होनी चाहिए.”
रामदास कदम ने क्या आरोप लगाए?
शिवसेना की स्थापना करने वाले बालासाहेब ठाकरे का निधन 17 नवंबर, 2012 को हो गया था. पूर्व मंत्री रामदास कदम ने आरोप लगाया कि बालासाहेब ठाकरे का पार्थिव शरीर दो दिनों तक मातोश्री में रखा गया था. दिवंगत ठाकरे के अंगूठे के निशान लिए गए थे. उन्होंने कहा कि शिवसेना प्रमुख का इलाज करने वाले डॉक्टर अभी भी जीवित हैं; उनसे पूछिए कि उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब का पार्थिव शरीर दो दिनों तक क्यों रखा.
इसके बाद, उद्धव ठाकरे गुट के नेता लगातार रामदास कदम के बयान का विरोध कर रहे हैं. शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) पार्टी के सांसद संजय राउत, अंबादास दानवे, चंद्रकांत खैरे और सुषमा अंधारे ने रामदास कदम के बयान की आलोचना की.
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