Categories: देश

Toll Plaza Revenue: टोल प्लाजा से हर दिन सरकार की हो रही है मोटी कमाई, मंत्रालय ने संसद में दी जानकारी…आकड़े जान उड़े जाएंगे आपके होश

Toll Plaza Revenue: सरकार ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों को टोल-मुक्त करने की कोई योजना नहीं है। इससे प्राप्त राजस्व केंद्रीय संचित निधि (Consolidated Fund of India) में जाता है और उसी से नई सड़कों का निर्माण और मरम्मत की जाती है।

Published by Shubahm Srivastava

Toll Plaza Revenue: देश के 1,087 टोल प्लाजा से हर दिन 168 करोड़ रुपये की कमाई हो रही है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने सदन में सांसद दरोगा प्रसाद सरोज के सवाल का जवाब देते हुए यह जानकारी दी। इसके अलावा, केंद्र सरकार ने कहा है कि टोल संग्रह केवल लागत वसूली के लिए नहीं है, बल्कि नियमों के मुताबिक, यह एक उपयोग शुल्क है। सरकारी या निजी परियोजनाओं के अनुसार, टोल की अवधि और दरें तय होती हैं।

सरकार की ओर से बुढ़नपुर-वाराणसी मार्ग के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया है कि यह सड़क दो हिस्सों में बनी है। बुढ़नपुर से गोसाईं की बाजार बाईपास और गोसाईं की बाजार बाईपास से वाराणसी तक इसकी कुल लागत 5,746.97 करोड़ रुपये है और अब तक टोल संग्रह 73.47 करोड़ रुपये हो चुका है।

राष्ट्रीय राजमार्गों को टोल फ्री की योजना नहीं – सरकार

सरकार ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों को टोल-मुक्त करने की कोई योजना नहीं है। इससे प्राप्त राजस्व केंद्रीय संचित निधि (Consolidated Fund of India) में जाता है और उसी से नई सड़कों का निर्माण और मरम्मत की जाती है।

केंद्र सरकार ने यह भी कहा कि बीओटी (Build-Operate-Transfer) परियोजनाओं में, एक निश्चित अवधि के बाद, टोल सरकार को सौंप दिया जाता है और वह उसे वसूलती है, जबकि सार्वजनिक वित्त पोषित सड़कों पर टोल संग्रह निरंतर जारी रहेगा और हर साल इसकी समीक्षा की जाएगी।

Related Post

सड़क निर्माण के लिए नागरिकों से वसूला जाता है कर?

इस सवाल का जवाब देते हुए सरकार ने बताया कि इसे दो तरह से वसूला जाता है। पहला है यूजर फी (टोल) – जो हाईवे पर सफर करने वालों से वसूला जाता है। यह एनएच फी रूल्स, 2008 के तहत किया जाता है और दूसरा है फ्यूल सेस, यानी पेट्रोल-डीजल पर लगने वाला सेस। यह पैसा सेंट्रल रोड एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (सीआरआईएफ) में जाता है। 

यहाँ से हाईवे, रेलवे क्रॉसिंग, ग्रामीण सड़कों, पुलों, एयरपोर्ट आदि के विकास पर पैसा खर्च किया जाता है। टोल का मकसद सड़कों के इस्तेमाल के लिए शुल्क लेना और उस पैसे से देशभर में सड़क नेटवर्क को बेहतर बनाना है।

MP Love Jihad: लव जिहाद के बाद अब ‘दुल्हन जिहाद’, ब्राह्मण बताकर बनी दुल्हन, घर पर मुंह से निकला ‘या अल्लाह’, फिर सन्न रह गई…

Shubahm Srivastava
Published by Shubahm Srivastava

Recent Posts

The Girlfriend Movie OTT Release: कॉलेज लाइफ शुरू करने से पहले ज़रूर देखें ये फ़िल्म! वरना कर सकते हैं बहुत बड़ी गलती

कॉलेज लाइफ में कदम रखने वाले स्टूडेंट्स के लिए एक ज़रूरी फ़िल्म ‘The Girlfriend’. प्यार,…

December 5, 2025

भगवान का पैसा खाकर मोटे हो रहे थे बैंक? सुप्रीम कोर्ट ने मारा करारा तमाचा! जानिए क्या है पूरा मामला

सुप्रीम कोर्ट ने साफ कह दिया कि मंदिर का पैसा सिर्फ देवता का है. जिसके…

December 5, 2025

World Dirtiest Cities: तेल, धुआं और गंदगी…ये हैं दुनिया के 5 सबसे गंदे शहर! लिस्ट में टॉप पर है इस देश की राजधानी

World Pollution Ranking Cities: इन शहरों में प्रशासन की उदासीनता, औद्योगिक कचरे का गलत प्रबंधन…

December 5, 2025