Bihar Chunav: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव बहिष्कार को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव निष्पक्ष नहीं होंगे, तो बहिष्कार भी एक विकल्प हो सकता है। तेजस्वी यादव ने एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) अभियान को लेकर चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अब सरकार मतदाता चुन रही है, मतदाता सरकार नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी दल इस मुद्दे पर आपस में चर्चा कर सकते हैं।
क्या तेजस्वी 2025 का बिहार चुनाव नहीं लड़ेंगे?
मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव बहिष्कार पर चर्चा हो सकती है। उन्होंने कहा कि वह देखेंगे कि जनता क्या चाहती है और बाकी दलों की क्या राय है। तेजस्वी ने आगे कहा कि जब चुनाव ईमानदारी से नहीं हो रहे हैं, तो चुनाव क्यों हो रहे हैं? उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा को एक्सटेंशन दे दो। पत्रकार ने सवाल पूछा कि क्या विपक्ष आपसी सहमति से चुनाव बहिष्कार का फैसला ले सकता है? तब राजद नेता तेजस्वी यादव कहते हैं, ‘इस पर भी चर्चा हो सकती है। हम देखेंगे कि जनता क्या चाहती है और सबकी क्या राय है?’
बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण से नाराज़
तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव में समझौता हुआ है। उन्होंने सवाल उठाया कि बिहार में चुनाव होने वाले हैं और इसी बीच अचानक इतना बड़ा अभियान शुरू कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण का काम अभी दो दिन और चलेगा। तेजस्वी ने कहा कि पहले मतदाता सरकार चुनते थे, लेकिन अब सरकार मतदाताओं को चुन रही है।
‘सरकार अपनी पसंद के मतदाता चुन रही है’
तेजस्वी यादव ने एसआईआर अभियान को लेकर चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जब निष्पक्ष चुनाव नहीं हो रहे हैं, तो बहिष्कार भी एक विकल्प हो सकता है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, ‘पहले मतदाता सरकार चुनते थे… अब सरकार मतदाताओं को चुन रही है।’ इसका मतलब है कि पहले जनता सरकार चुनती थी, लेकिन अब सरकार अपनी पसंद के मतदाता चुन रही है।

