PM Narendra Modi Birthday: देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक ऐसे काबिल नेता हैं जिन्होंने बेहतरीन रणनीति और जनता का दिल जीतकर देश की कमान को 25 सालों तक संभाले रखा. जी हाँ पीएम नरेन्द्र मोदी एक ऐसे नेता हैं जो लगातार 21 साल से सत्ता में हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पहले वो लगभग 13 साल मुख्यमंत्री रहे और अब 11 साल से प्रधानमंत्री हैं. ऐसे ही नहीं प्रधानमंत्री मोदी ने देश को संभाला. इसके पीछे की वजह उनकी 24×7 काम करने की रणनीति है. कहा जाता है कि वो पिछले 21 सालों से ऐसा कर रहे हैं और इस दौरान उन्होंने एक भी छुट्टी नहीं ली है. आज उनका जन्मदिन है और ऐसे मौके पर हम आपको उनकी कई ऐसी खूबियों के बारे में बताएंगे जो आप नहीं जानते होंगे.
चुनौतियों का सामना कर की जीत हासिल
2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद, भाजपा ने देश के उन राज्यों में सरकार बनाई जहाँ पार्टी कई वर्षों से अपनी पकड़ बनाने की कोशिश कर रही थी. इसके पीछे प्रधानमंत्री मोदी की चुनावी रणनीति थी. बिना किसी अवकाश के लगातार काम करने की उनकी विशेष शैली के कारण प्रधानमंत्री मोदी की ‘ब्रांड’ छवि विकसित हुई. इसी के चलते मोदी लहर चली और देश के अधिकांश राज्यों में भगवा झंडा लहराया
हर चुनाव पर कड़ी मेहनत
एक ज़माना था जब भाजपा के लिए एक मुहावरा इस्तेमाल किया जाता था. वो था- भाजपा के तीन काम, बैठक, भोजन और विश्राम. जब से प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी की कमान संभाली है, बदलाव साफ़ देखा जा सकता है. राजनीतिक कामकाज से लेकर पार्टी की रणनीति तक में बड़ा बदलाव आया है. इसकी शुरुआत का मूल मंत्र हर चुनाव को गंभीरता से लेना रहा है. इसी खूबी के साथ भाजपा ने दूसरे दलों के शासन वाले राज्यों में भी भगवा परचम लहराया है.
छुट्टी नहीं लेते PM मोदी
खास बात तो ये है कि पीएम मोदी ऐसे नेता हैं जो लगातार 2 दशक से अधिक समय से सत्ता में बने हुए हैं. पहले 13 साल मुख्यमंत्री रहे और अब 11 साल से प्रधानमंत्री के पद पर काबिज हैं. इस दौरान उन्होंने एक भी छुट्टी नहीं ली है. सामान्य जीवन जीने वाले नरेन्द्र मोदी ने अनुशासन और उम्दा जीवनशैली के जरिये काम करने में युवाओं को भी मात दी है.
पार्टी को दिए सख्त निर्देश
पीएम मोदी ने पार्टी को इस बात का आदेश दे रखा है कि चुनाव कोई भी हो, नतीजे आने के बाद भी तैयारियाँ नहीं रुकनी चाहिए. आमतौर पर राजनीतिक दल राज्यों में चुनाव से एक साल पहले ही तैयारियाँ शुरू कर देते हैं, लेकिन पीएम मोदी ने इस चलन को भी बदल दिया. उन्होंने चुनावी तैयारियों को पार्टी के कामकाज का अहम हिस्सा बना दिया. नतीजतन, भाजपा की चुनावी तैयारियाँ विपक्षी दलों के लिए चुनौतियाँ बढ़ा रही हैं.
कामयाबी देख बौखलाता है विपक्ष
प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली का साफ़ असर विपक्षी दलों पर दिख रहा है. इसका एक उदाहरण कांग्रेस में साफ़ तौर पर देखने को मिला. दो साल पहले कांग्रेस नेताओं ने सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने 24 घंटे काम करने वाले अध्यक्ष की मांग की थी. ममता बनर्जी जैसे देश के कई दलों के नेता यह साबित करने की कोशिश करते हैं कि वो पूर्णकालिक राजनीति के मूड में हैं.

