S Jaishankar on Operation Sindoor: लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा चल रही है। इसमें भाग लेते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है। हमने UNSC में अपनी बात रखी। दुनिया को बताया कि आतंकवाद पर हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है। UNSC ने भारत के रुख को स्वीकार किया। विदेश मंत्रालय का काम पाकिस्तान की साजिश का पर्दाफाश करना था। हमें बहुत सख्त कदम उठाने थे। पहलगाम आतंकी हमले के बाद हमने सख्त कदम उठाए। हमने दुनिया के सामने पाकिस्तान को बेनकाब किया। इस दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के युद्धविराम के दावे को भी खारिज कर दिया।
सदन में बोलते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, पहलगाम हमले के बाद एक स्पष्ट, कड़ा और दृढ़ संदेश देना जरूरी था। हमें यह स्पष्ट करना था कि इसके गंभीर परिणाम होंगे। पहला कदम यह उठाया गया कि 23 अप्रैल को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक हुई।
इस बैठक में 5 फैसले लिए गए
- 1960 की सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से तब तक निलंबित रहेगी जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं कर देता।
- अटारी चेकपोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद करने का फैसला लिया गया।
- एसएआरसी वीज़ा छूट योजना के तहत टैवल करने वाले पड़ोसी देश (पकिस्तान) के नागरिकों को अब ऐसा करने की परमिशन नहीं होगी।
- पाकिस्तानी उच्चायोग के वायु सलाहकारों, रक्षा और नौसेना को अवांछित व्यक्ति घोषित किया जाएगा।
- उच्चायोगों की कुल संख्या 55 से घटाकर 30 कर दी जाएगी।
हमने दुनिया को बताया
विदेश मंत्री ने कहा, “सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की पहली बैठक के बाद, यह बिल्कुल स्पष्ट हो गया था कि पहलगाम हमले पर भारत की प्रतिक्रिया यहीं नहीं रुकेगी। कूटनीतिक और विदेश नीति के नज़रिए से, हमारा काम पहलगाम हमले की वैश्विक समझ को आकार देना था।” हमने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सामने पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद के लंबे समय से चले आ रहे इस्तेमाल को उजागर करने की कोशिश की। हमने बताया कि कैसे इस हमले का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को निशाना बनाना और भारत के लोगों के बीच सांप्रदायिक कलह फैलाना था।
भारत और पाकिस्तान के बीच कोई मध्यस्थ नहीं था
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने 9 मई को प्रधानमंत्री मोदी को फ़ोन किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान किसी बड़े हमले की तैयारी कर रहा है। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम पाकिस्तान को करारा जवाब देंगे। भारत ने ज़िम्मेदारी से पाकिस्तान को जवाब दिया। इस दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने डोनाल्ड ट्रंप के दावे को खारिज कर दिया। जयशंकर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई मध्यस्थ नहीं था।

