Rahul Gandhi speech in Lok Sabha on Operation Sindoor: लोकसभा में मंगलवार दोपहर से ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा चल रही है। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि अगर पीएम मोदी में हिम्मत है तो उन्हें सदन में कहना चाहिए कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप झूठे हैं।
राहुल ने कहा- अगर पीएम मोदी में इंदिरा गांधी जितनी हिम्मत है, तो उन्हें कहना चाहिए कि ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम नहीं करवाया। ऑपरेशन सिंदूर में भारत का एक भी लड़ाकू विमान नहीं गिरा।
प्रधानमंत्री ज़िम्मेदारी लेने क्यों नहीं आते?
राहुल ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के डीजीएमओ ने पाकिस्तान से कहा था कि हमने उनके सैन्य ठिकानों पर हमला नहीं किया। आपने सीधे जाकर कह दिया कि आपके पास लड़ने की राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं है, आप लड़ना नहीं चाहते। हमने 35 मिनट में आत्मसमर्पण कर दिया।
राहुल से पहले प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि लोग सरकार पर भरोसा करके पहलगाम गए थे, लेकिन सरकार ने उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया। जब पहलगाम में लोग मारे जा रहे थे, तो वहाँ एक भी सुरक्षाकर्मी नज़र नहीं आया। प्रधानमंत्री ऑपरेशन सिंदूर का श्रेय लेने आगे आते हैं, ज़िम्मेदारी लेने क्यों नहीं आते?
सरकार में लड़ने की इच्छाशक्ति नहीं थी
राहुल गांधी ने आगे कहा, “मैं ऑपरेशन सिंदूर पर रक्षा मंत्री का भाषण सुन रहा था। उन्होंने समय बताया और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर 22 मिनट में पूरा हो गया। इसके बाद हमने पाकिस्तान को बताया कि हमने नागरिक ठिकानों पर हमला किया है। क्या रक्षा मंत्री के ये शब्द होने चाहिए? सोचिए, दो लोगों के बीच लड़ाई हो रही है। इसमें एक आदमी दूसरे को घूंसा मारता है और फिर कहता है कि अब हम इसे आगे नहीं बढ़ाएँगे। यह कैसी इच्छाशक्ति है? इस सरकार में लड़ने की इच्छाशक्ति नहीं थी। इसने पाकिस्तान को सीधी जानकारी क्यों दी?”

