India Pakistan tension escalates: 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार संबंध बहुत खराब चल रहे हैं. ऐसे में पाकिस्तान की ताजा नापाक हरकत से एक बार तनाव बढ़ सकता है. ताजा घटनाक्रम में भारत के 7 मछुआरों को पाकिस्तान ने पकड़ लिया है. यह घटना शुक्रवार को तब हुई जब भारत के कुछ मछुआरे अरब सागर में इंटरनेशनल बॉर्डर के पास फिशिंग कर रहे थे. इसी दौरान यानी शुक्रवार को दोपहर 2 बजे के आसपास पाकिस्तान कोस्टगार्ड ने 7 मछुवारों को पकड़ लिया. इससे पहले मछुआरों पर फायरिंग भी की गई. इसके बाद डरे-सहमे मछुआरों को पाकिस्तान ने पकड़ लिया.
मुश्किल में 7 भारतीय परिवार
पाकिस्तान की गिरफ्त में जाने के बाद सातों मछुआरों के परिवार सकते में हैं. पीड़ित परिवार ने सरकार मदद की गुहार लगा रहे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा के पास ये सभी सातों मछुआरे फिशिंग कर रहे थे, इसी दौरान पाकिस्तान ने इन्हें पकड़ लिया. इससे पहले पाकिस्तान कोस्ट गार्ड ने भारतीय मछुआरों के ऊपर फायरिंग की. इसके ठीक बाद पाकिस्तान कोस्ट गार्ड (पाक मेरीटाइम सिक्युरिटी एजेंसी) ने इन सातों मछुआरों अपनी गिरफ्त में ले लिया. उधर, इसके बाद मछुआरों के परिवार में हड़कंप मचा हुआ है.
नल नारायण बोट से कर रहे थे फिशिंग
पाकिस्तान कोस्टगार्ड द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक, ये मछुआरे उनके इलाके में फिशिंग कर रहे थे. भारतीय मछुआरे जिस बोट से फिशिंग कर रहे थे, उसका नाम नल नारायण बताया जा रहा है. यह बोट गुजरात के ओखा की है. उधर, पाकिस्तान की ओर से बताया जा रहा है कि वह इन मछुआरों के खिलाफ अपने देश के कानूनी के तहत कार्रवाई करेगा. वहीं भारत की ओर से सूत्रों के अनुसार, जानकारी सामने आ रही है कि इन मछुआरों को छुड़ाने के लिए बातचीत की जाएगी.
पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले
पहले भी पाकिस्तान अक्सर भारतीय मछुवारों को पकड़ता रहा है. इसी साल यानी जनवरी, 2025 में पाकिस्तान की कराची जेल में बंद 22 भारतीय मछुआरों को रिहा किया गया था. पाकिस्तान की जेल से रिहा किए गए लोगों में भूपत, अशोक, अकबर, लखमन, मोजी, दीपक, राम, हरि, तपू, सुरेश, विजय, माला, कृष्ण, खलाफ, मोहन, आसिफ, मनोज कुमार, वीनू, संजय, सेलेंधर, महेश और सुभाष शामिल थे. बताया जाता है कि अक्सर भ्रम के चलते और अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ी अज्ञानता के चलते मछुआरे पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर जाते हैं. इसके परिणाम स्वरूप पाकिस्तान की ओर से इन्हें पकड़ लिया जाता है.

