Monsoon Session: शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी एसपी के एमएलए जितेंद्र आव्हाड और भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार(17 जुलाई) को आव्हाड और पडलकर समर्थकों ने विधान भवन में जमकर बवाल काटा। दोनों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हाथापाई भी हुई। ये समर्थक विधान भवन की सीढ़ियों के पास भिड़ गए।
दरअसल, एक दिन पहले गोपीचंद पडलकर और आव्हाड के बीच जोरदार बहस हुई थी। यह मामला गाली-गलौज तक बढ़ गया था। उसके बाद अब दोनों के कार्यकर्ता विधान भवन में आपस में भिड़ गए हैं। दोनों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई और उन्होंने एक-दूसरे को गालियां भी दीं।
जानें पूरा मामला?
सामने आई जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र में इस समय मॉनसून सत्र चल रहा है। इसी बीच आज यानी गुरुवार को दोपहरत करीबन 12 बजे आव्हाड और गोपीचंद पडलकर के कार्यकर्ता विधान भवन की सीढ़ियों के पास थे। इस दरम्यान उनके बीच हाथापाई हो गई। दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को गालियां दीं और मारपीट की। हाथापाई हुई। मामला बिगड़ता देख विधान भवन क्षेत्र में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने बीच-बचाव कर विवाद सुलझाने की कोशिश की। दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की गई। करीब पांच से दस मिनट तक विवाद चलता रहा। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे के साथ मारपीट और गाली-गलौज भी की।
जितेंद्र आव्हाड ने क्या कहा?
इस घटना के बाद जितेंद्र आव्हाड मीडिया से मुखातिब हुए। पत्रकारों ने जब उनसे सवाल पूछे, तो उन्होंने पूछा कि पहले हमला किसने किया? जवाब मिला कि पडलकर समर्थकों की ओर से हुआ। इसके बाद आव्हाड काफी भड़क गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने देखा कि अटैक किसने किया? हम इससे ज़्यादा सबूत नहीं देना चाहते। अगर आप गुंडों को विधानसभा में घुसने देंगे, अगर वे हम पर हमला करेंगे, तो हमारे लोग सुरक्षित नहीं हैं। आव्हाड ने कहा कि उन्होंने मुझे गालियाँ दीं। साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी। उन्होंने यह भी कहा कि वे सब मुझे मारने आए थे।
विधायक विधान भवन में सुरक्षित नहीं
आव्हाड ने कहा कि अगर विधायक विधान भवन में सेफ नहीं हैं, तो विधायक क्यों रहें, हमारा क्या गुनाह है? आव्हाड काफी गुस्से में नजर आए और कहा कि सत्ता इतनी मजबूत है, इतना अहंकारी है।
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