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यात्रियों के लिए बड़ी राहत! हवाई टिकट महंगे करने की नहीं होगी चालाकी, DGCA ने एयरलाइंस को दी वॉर्निंग

Festive Aifare Hike : दिवाली से पहले यात्रियों की भीड़ को देखते हुए DGCA ने एयरलाइंस को किराया न बढ़ाने और फ्लाइट्स बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, जिससे त्योहार पर सफर करना आसान और सस्ता रहे.

Published by sanskritij jaipuria

Festive Aifare Hike : त्योहारी मौसम में यात्रियों की भीड़ और आसमान छूती टिकटों की कीमतों को देखते हुए डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने एक बड़ा कदम उठाया है. दिवाली जैसे बड़े त्योहार से पहले, जब लोग अपने घरों की ओर जाते हैं तो हवाई यात्रा की मांग तेजी से बढ़ जाती है. इसी के मद्देनजर DGCA ने एयरलाइंस को चेतावनी दी है कि वे टिकटों के दाम अनावश्यक रूप से न बढ़ाएं और यात्रियों से ज्यादा पैसे वसूलने से बचें.

DGCA ने एयरलाइंस को दिए साफ निर्देश

DGCA ने सभी घरेलू एयरलाइंस को निर्देश दिया है कि वे फ्लाइट की संख्या बढ़ाएं और टिकट के दामों को कंट्रोल रखें. नियामक संस्था ने कहा है कि त्योहारी सीजन में यात्रियों को बेतहाशा किराया न चुकाना पड़े, इसके लिए एयरलाइंस को अपनी फ्लाइट कैपेसिटी बढ़ानी चाहिए.

DGCA की इस सख्ती के बाद एयरलाइंस ने भी तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है. प्रमुख एयरलाइन इंडिगो ने बताया कि वो अक्टूबर और नवंबर के महीनों में 42 रूट्स पर करीब 730 अतिरिक्त फ्लाइट संचालित करेगी.

अन्य एयरलाइंस का भी ऐलान

एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने मिलकर 486 अतिरिक्त उड़ानों का ऐलान किया है जो 20 रूट्स पर चलाई जाएंगी. वहीं, स्पाइसजेट ने भी 38 सेक्टरों में 546 नई उड़ानों की योजना बनाई है.

DGCA के प्रवक्ता का कहना है कि त्योहारी सीजन में किराए और उड़ानों की नियमित निगरानी की जाएगी, ताकि यात्रियों के हितों की सुरक्षा हो सके.

क्यों जरूरी था यह कदम?

पिछले कुछ सालों में देखने में आया है कि जैसे ही त्योहारी सीजन आता है, हवाई टिकटों के दाम अचानक बढ़ जाते हैं. इससे आम यात्रियों पर आर्थिक बोझ बढ़ता है.

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हालांकि, भारत की ओपन स्काई पॉलिसी के अनुसार, एयरलाइंस को किराया तय करने की छूट है, लेकिन यदि ये दाम  नार्मल से बहुत ज्यादा हो जाते हैं, तो DGCA और सरकार को हस्तक्षेप करने का अधिकार है.

हवाई यात्रियों की संख्या में वृद्धि

DGCA के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से अगस्त 2025 के बीच 1107.26 लाख घरेलू यात्रियों ने हवाई यात्रा की, जो पिछले साल की तुलना में 4.99% अधिक है.

हालांकि, अगस्त महीने में मानसून के कारण उड़ानों के रद्द होने और देरी की वजह से 1.4% की गिरावट दर्ज की गई.

बाजार में किस एयरलाइन का दबदबा?

भारतीय घरेलू विमानन बाजार में फिलहाल इंडिगो सबसे बड़ी कंपनी बनी हुई है, जिसकी मार्केट हिस्सेदारी 64.2% है. इसके बाद एयर इंडिया ग्रुप की 27.3% हिस्सेदारी है.

नई और तेजी से उभरती आकासा एयर का मार्केट शेयर अब 5.4% हो चुका है. वहीं, स्पाइसजेट की हिस्सेदारी गिरकर केवल 2% रह गई है. फ्लाई बिग, फ्लाई91 और स्टार एयर जैसी छोटी कंपनियों की हिस्सेदारी 1% से भी कम है.

sanskritij jaipuria

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