Indian Railway Strange Law: क्या आप भारतीय रेलवे में अक्सर यात्रा करते हैं ? अगर हां तो आपको ट्रेन के कुछ डिब्बों से जुड़े नियमों को जानना बेहद ही ज़रूरी है. नियमों के मुताबिक, टिकट होने के बाद भी कुछ विशेष डिब्बों में यात्री सफर नहीं कर सकते हैं और ऐसा करने पर भारी जुर्माना या जेल भी हो सकती है. तो आइए जानते हैं भारतीय रेलवे के उन नियमों के बारे में.
पैंट्री कार (Pantry Car):
लंबी दूरी की लगभग हर ट्रेन में पैंट्री कार की सुविधा होती ही है, जिसका इस्तेमाल खास तौर पर यात्रियों के लिए खाना बनाने और ऑर्डर डिलीवर करने के लिए किया जाता है. पैंट्री कार विशेष रूप से खाना बनाने वाले स्टाफ के लिए ही होती है. ट्रेन का कोई भी नियमित यात्री और टिकट धारक इस कोच में सफर नहीं कर सकता है. अगर आप गलती से भी इस कोच में सफर करते हुए पकड़े जाते हैं, तो टीटीई (TTE) आप पर जुर्माना लगा सकता है या आपको जेल भी हो सकती है. तो इस बात का हमेशा ध्यार रखें.
दिव्यांग कोच (Disabled Coach):
पैंट्री कार के अलावा, एक और विशेष कोच है जिसमें सामान्य यात्रियों को यात्रा करने की अनुमति नहीं होती है. उस कोच का नाम है दिव्यांग कोच. जिसका मुख्य उद्देश्य केवल विकलांग यात्रियों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है. ताकि विकलांग यात्रियों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. इस कोच में व्हीलचेयर के लिए जगह, चौड़े दरवाजे और विशेष सीटें भी होती हैं. यह कोच आमतौर पर ट्रेन के इंजन के बाद या फिर गार्ड डिब्बे के साथ लगाया जाता है. इतना ही नहीं इस डिब्बे में केवल दिव्यांग यात्री ही अपने वैद्य प्रमाण पत्र के साथ ही यात्रा कर सकते हैं. सामान्य लोगों को यहां यात्रा करने की अनुमति नहीं दी गई है. अगर कोई सामान्य व्यक्ति इसमें सफर करते हुए पकड़ा जाता है, तो उसे भी जुर्माने के साथ-साथ जेल जाना पड़ सकता है.
आखिर क्या है क्लास का नियम:
यात्रियों के लिए यह जानना बेहद ही महत्वपूर्ण है कि अगर आपके पास जनरल टिकट है, तो आप स्लीपर, 1AC, 2AC या फिर 3AC जैसे उच्च श्रेणी के डिब्बों में सफर नहीं कर सकते हैं. गलत क्लास में पकड़े जाने पर भी आपको भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है. इसलिए, यात्री को हमेशा उसी क्लास के कोच में सफर करना चाहिए जिसका टिकट उसके पास है. अब जब भी आप भारतीय ट्रेनों में सफर करें इन बातों का खास तौर पर ध्यान रखें, नहीं तो आपको भारी जुर्माने के साथ-साथ जेल भी जाना पड़ सकता है.

