Maharashtra News: महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में एक दिल दहला देने वाली प्रेम कहानी सामने आई है, जिसने सामाजिक बंदिशों और जातिगत सोच की कठोरता को फिर से उजागर कर दिया है. यह कहानी है आंचल और सक्षम ताते की, जिनका प्यार सामाजिक भेदभाव, परिवार के विरोध और अंततः एक दर्दनाक हत्या के बीच भी अमर हो गया. सक्षम की आंचल के भाइयों से दोस्ती थी, जिसके चलते उसका आना-जाना घर में होता था. समय के साथ यह परिचय धीरे-धीरे गहरे प्रेम में बदल गया और दोनों लगभग तीन वर्षों तक रिश्ते में रहे.
हालांकि, जब घरवालों को इस रिश्ते की जानकारी मिली, तो उन्होंने कड़ा विरोध जताया. विरोध की मुख्य वजह थी कि सक्षम दूसरी जाति से था. आंचल के परिवार ने उस पर भारी दबाव बनाया कि वह इस रिश्ते को खत्म कर दे. लेकिन आंचल अपने प्रेमी से शादी करने के निर्णय पर अडिग रही. उसने घरवालों के विरोध के बावजूद सक्षम के साथ जीवन बिताने की इच्छा स्पष्ट कर दी.
प्रेमिका के घर वालों ने की प्रेमी की हत्या
परिवार को यह स्वीकार नहीं था, और इसी तनाव के बीच दुखद मोड़ आया—आंचल के घरवालों ने कथित रूप से सक्षम की हत्या कर दी. यह घटना न केवल प्रेम कहानी का अंत थी, बल्कि एक निर्दोष युवक की जान पर सामाजिक पूर्वाग्रहों का बोझ भी थी. सक्षम की मौत के बाद स्थिति और भी मार्मिक हो गई. अपने प्रेमी की मौत से टूट चुकी आंचल ने वह कदम उठाया जिसकी कल्पना भी मुश्किल है—वह सक्षम के घर पहुंची और उसके शव से विवाह कर लिया.
प्रेमी के शव के साथ निभाईं सारी रस्में
यह प्रतीकात्मक विवाह आंचल का अपने प्रेमी के प्रति अंतिम और सबसे गहरा समर्पण था. उसने न केवल उसके शव के साथ शादी की रस्में निभाईं, बल्कि यह प्रण भी लिया कि वह जीवनभर सक्षम के घर ही रहेगी, जैसे वह उसकी पत्नी हो. यह निर्णय परिवार की इच्छा, सामाजिक मान्यताओं और परंपरागत सोच के खिलाफ एक साहसिक और भावनात्मक विद्रोह था.
इस प्रेम कहानी ने मचाई सनसनी
आंचल के इस कदम ने पूरे नांदेड़ में चर्चा छेड़ दी है. लोग इस घटना को सामाजिक कठोरता के खिलाफ प्रेम की अंतिम जीत के रूप में भी देख रहे हैं और एक मासूम युवक की हत्या के रूप में भी. इस घटना ने जातिगत भेदभाव, पारिवारिक दबाव और सम्मान के नाम पर होने वाली हिंसा पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं. आंचल का प्रेम और सक्षम की मौत, दोनों यह दिखाते हैं कि आज भी समाज के कई हिस्सों में युवा प्रेमियों की खुशी से ज्यादा “जाति” और “खानदान की इज्जत” को महत्त्व दिया जाता है.

