CM Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को मेरठ में कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा करने के बाद कहा कि कांवड़ यात्रा सामाजिक समरसता की मिसाल पेश कर रही है। इसमें बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सभी शामिल हैं, लेकिन इस उत्साह और उमंग में खलल डालने की कुत्सित कोशिशें भी हो रही हैं। कांवड़ियों को आगाह किया गया कि उनके बीच किसी भेष में शरारती तत्व छिपे हो सकते हैं, जिनकी साजिश कामयाब नहीं होनी चाहिए।
ऐसी स्थिति में कांवड़ भक्त कानून हाथ में न लें और तुरंत प्रशासन को सूचित करें। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शरारती तत्व कांवड़ में खलल डाल सकते हैं, लेकिन शिवभक्त धैर्य नहीं खोएंगे।
भक्त भगवान शिव की तपस्या में उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवाजी की कठिन तपस्या में बच्चे और महिलाएं भी उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं, वहीं सामाजिक और धार्मिक संगठन पूरी निष्ठा से भक्तों की सेवा कर रहे हैं। सरकार ने पूरी व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन ने यातायात को निर्बाध बनाए रखने के लिए पूरी व्यवस्था की है और साथ ही कांवड़ भक्तों से अपील की कि वे अपने साथ आने वाले श्रद्धालुओं और आम यात्रियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखें।
कांवड़ यात्रा में बाधा आए तो पुलिस को सूचित करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई भी शरारती तत्व कांवड़ यात्रा में बाधा डालता है तो पुलिस को सूचित करें। इससे पहले, मुख्यमंत्री योगी ने मेरठ से मुजफ्फरनगर तक कांवड़ मार्ग का हवाई निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने मेरठ के मोदीपुरम इलाके में बने मंच से कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा की।
योगी ने 11 मिनट तक पुष्प वर्षा की
देहरादून दिल्ली हाईवे पर दुल्हेड़ा चौकी के सामने मुख्यमंत्री योगी ने करीब 11 मिनट तक कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा की। योगी के साथ अन्य नेता भी मौजूद रहे। प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि शिव लोकमंगल के देवता हैं। यह आशीर्वाद वर्तमान में सभी शिवभक्तों पर बरस रहा है। इस यात्रा से करोड़ों लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं।
पिछली सरकार पर बोला हमला
मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों पर तंज कसते हुए कहा कि 2017 से पहले कांवड़ यात्रा नहीं होने दी जाती थी। अगर जबरन निकलने भी दिया जाता था, तो जिला प्रशासन और पुलिस की मदद से रुकावटें पैदा की जाती थीं। उन्होंने कांवड़ियों से अपील करते हुए कहा कि अब जल चढ़ाने के लिए ज्यादा समय नहीं बचा है, इसलिए सभी श्रद्धालु समय पर अपने स्थान पर पहुंचें और सच्चे मन से शिवलिंग पर जलाभिषेक करें।

