Karnataka CM News: कर्नाटक की राजनीति में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया के 22 अक्टूबर, 2025 को दिए गए एक बयान ने भूचाल ला दिया. बेलगावी ज़िले के रायबाग तालुक के कप्पलागुरी गांव में संत कनकदास की प्रतिमा के अनावरण समारोह में, उन्होंने अपने पिता के राजनीतिक भविष्य और राज्य के अगली पीढ़ी के नेतृत्व को लेकर एक अहम बयान दिया.
यतींद्र ने कहा, “मेरे पिता अपने राजनीतिक जीवन के अंतिम चरण में हैं. कर्नाटक को अब प्रगतिशील और वैचारिक रूप से सक्रिय नेताओं की ज़रूरत है. सतीश जारकीहोली इस ज़िम्मेदारी को निभाने में सक्षम हैं और एक मिसाल कायम करेंगे.”
सतीश जारकीहोली बनेंगे अगले सीएम!
उनके इस बयान को राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है. राजनीतिक गलियारों में इस बात को लेकर अटकलें तेज़ हैं कि क्या यतींद्र ने अप्रत्यक्ष रूप से सतीश जारकीहोली को मुख्यमंत्री पद के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में पेश किया है. इस बात पर भी चर्चा हो रही है कि क्या मुख्यमंत्री पद का झुकाव अब जारकीहोली परिवार की ओर है. हालाँकि, यतींद्र ने स्पष्ट किया कि उनका बयान उनके पिता के 2028 के विधानसभा चुनाव न लड़ने के फैसले से संबंधित था और इसका मतलब तत्काल नेतृत्व परिवर्तन नहीं था.
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कांग्रेस में मचा हड़कंप
इस बयान ने कांग्रेस के भीतर राजनीतिक समीकरणों को हिलाकर रख दिया है, क्योंकि पार्टी पहले से ही मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच नेतृत्व संतुलन पर चर्चा कर रही है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, डीके शिवकुमार ने कहा, “यतींद्र से पूछा जाना चाहिए कि उन्होंने क्या कहा. मुख्यमंत्री और मैंने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि हम पार्टी आलाकमान के फैसले का सम्मान करेंगे और साथ मिलकर काम करेंगे.”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यतींद्र का बयान न केवल सिद्धारमैया के राजनीतिक उत्तराधिकार को लेकर बहस को हवा देता है, बल्कि कांग्रेस के भीतर भविष्य के सत्ता संतुलन की भी एक झलक देता है. यह बयान भविष्य में कर्नाटक की राजनीति में सत्ता की गतिशीलता को नए सिरे से परिभाषित कर सकता है.

