इन दिनों इंटरनेट पर एक दिल को छू लेने वाला वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है। वीडियो में राजस्थान के श्री गंगानगर की रहने वाली गीताली गुप्ता अपने घर के मंदिर के ठीक सामने ज़मीन पर बैठी नज़र आ रही हैं। वे बड़ी बेचैनी के साथ अपने फ़ोन पर CLAT 2026 का रिजल्ट रिफ्रेश कर रही हैं। जैसे ही स्क्रीन पर स्कोर दिखता है, उनकी खामोशी एक गहरे अविश्वास और खुशी के आंसुओं में बदल जाती है। अपनी बेटी को रोते देख उनकी माँ तुरंत दौड़कर आती हैं और उन्हें गले लगा लेती हैं। यह शांत लेकिन शक्तिशाली पल महीनों की मेहनत और त्याग की कहानी बयां करता है। इंस्टाग्राम पर इस वीडियो को कोचिंग इंस्टीट्यूट द्वारा शेयर किए जाने के बाद लोग गीताली की सादगी और उनकी मेहनत की जमकर तारीफ कर रहे हैं.
कौन हैं गीताली गुप्ता
17 की उम्र में हासिल की AIR 1 सिर्फ 17 साल की उम्र में गीताली गुप्ता ने देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक, CLAT 2026 में ऑल इंडिया रैंक (AIR) 1 हासिल कर इतिहास रच दिया है। उन्होंने 119 में से 112.75 का शानदार स्कोर प्राप्त किया। फिलहाल कक्षा 12वीं (ह्यूमैनिटीज) की छात्रा गीताली ने 10वीं कक्षा में ही कानून और नागरिक शास्त्र (Civics) के प्रति अपनी रुचि को पहचान लिया था। उनके विषयों में पॉलिटिकल साइंस, हिस्ट्री, ज्योग्राफी और इकोनॉमिक्स शामिल हैं। हालाँकि उनके भाई इंजीनियर हैं, लेकिन गीताली को डिबेटिंग और गवर्नेंस पसंद था, इसलिए उन्होंने कानून को चुना। दिलचस्प बात यह है कि ह्यूमैनिटीज स्ट्रीम होने के बावजूद उनकी गणित (Maths) में जबरदस्त पकड़ है, जो उनके परीक्षा परिणाम में भी साफ़ झलकी.
गीताली की स्टडी स्ट्रेटेजी
फिक्स्ड घंटों के बजाय ‘टास्क’ पर दिया ज़ोर अपनी तैयारी को लेकर गीताली का नजरिया अन्य छात्रों से काफी अलग है। जहाँ कई उम्मीदवार देर रात तक जागकर घंटों पढ़ाई करते हैं, वहीं गीताली ने कभी ‘स्टडी आवर्स’ पर भरोसा नहीं किया। उनका कहना है कि वे दिन के लिए कुछ लक्ष्य (Tasks) तय करती थीं और उन्हें पूरा करने के बाद ही रुकती थीं। परीक्षा देकर निकलने के बाद उन्हें पेपर कठिन लगा था, लेकिन जब उन्होंने विश्लेषण किया तो उन्हें अपनी काबिलियत पर भरोसा हुआ। वे कहती हैं, “जब कोई तैयारी शुरू करता है, तो वह टॉपर बनने की उम्मीद नहीं करता।”
तैयारी के दौरान उन्होंने सोशल मीडिया से भी दूरी बनाई, लेकिन व्यावहारिक तरीके से। उन्होंने अचानक अकाउंट डिलीट करने के बजाय धीरे-धीरे समय कम किया और फिर अपना इंस्टाग्राम डीएक्टिवेट किया। उन्होंने अपनी सफलता के लिए तीन मुख्य बातें बताईं: किसी भी स्कोर को लेकर गिल्ट महसूस न करना, कंसिस्टेंसी बनाए रखना और मुश्किल वक्त में अपने मेंटर्स पर भरोसा करना। अब उनका लक्ष्य NLU बेंगलुरु जाना है और भविष्य में वे कॉर्पोरेट लॉ या ज्यूडिशियरी में अपना करियर बनाना चाहती हैं.

