Categories: देश

CJI Gavai Retirement: रिटायरमेंट के बाद नहीं लूंगा कोई भी सरकारी पद…CJI बीआर गवई का बड़ा बयान, इन जगहों पर बिताएंगे अपना समय

CJI BR Gavai: समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, गवई ने कहा, "मैंने निर्णय लिया है कि सेवानिवृत्ति के बाद मैं कोई भी सरकारी पद स्वीकार नहीं करूँगा... सेवानिवृत्ति के बाद मुझे और समय मिलेगा, इसलिए मैं दारापुर, अमरावती और नागपुर में ज़्यादा समय बिताने की कोशिश करूँगा।"

Published by Shubahm Srivastava

CJI BR Gavai: भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बीआर गवई ने शुक्रवार को कहा कि वह सेवानिवृत्ति के बाद कोई भी पद स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने यह टिप्पणी महाराष्ट्र के अमरावती जिले में स्थित अपने पैतृक गाँव दारापुर में आयोजित सम्मान समारोह के बाद की।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, गवई ने कहा, “मैंने निर्णय लिया है कि सेवानिवृत्ति के बाद मैं कोई भी सरकारी पद स्वीकार नहीं करूँगा… सेवानिवृत्ति के बाद मुझे और समय मिलेगा, इसलिए मैं दारापुर, अमरावती और नागपुर में ज़्यादा समय बिताने की कोशिश करूँगा।”

गवई नवंबर में सेवानिवृत्त होंगे

भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत सीजेआई गवई इस वर्ष 23 नवंबर को सेवानिवृत्त होंगे। 24 नवंबर, 1960 को महाराष्ट्र के अमरावती जिले में जन्मे गवई भारत के मुख्य न्यायाधीश बनने वाले पहले बौद्ध हैं। उन्होंने सीजेआई संजीव खन्ना का स्थान लिया, जिन्होंने 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद पद छोड़ दिया।

गवई नवंबर 2005 में बॉम्बे उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश बने। मई 2019 में, उन्हें सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया।

गवई उस पाँच-न्यायाधीशों वाली संविधान पीठ का हिस्सा थे जिसने दिसंबर 2023 में पूर्ववर्ती राज्य जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के केंद्र के फैसले को सर्वसम्मति से बरकरार रखा था।

Related Post

पिता की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की

 पहले, गवई ने दारापुर स्थित अपने पिता और केरल एवं बिहार के पूर्व राज्यपाल आरएस गवई की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्य न्यायाधीश गवई अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने गाँव में अपने पिता की पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने स्मारक पर दिवंगत आरएस गवई को पुष्पांजलि अर्पित की।

उन्होंने दारापुर गाँव के रास्ते में बनने वाले एक भव्य द्वार की आधारशिला भी रखी। इस प्रवेश द्वार का नाम आरएस गवई के नाम पर रखा गया है, जिन्हें प्यार से दादासाहेब गवई कहा जाता था।

वह अमरावती जिले के दरियापुर कस्बे में एक न्यायालय भवन का उद्घाटन भी करेंगे। शनिवार को, वह अमरावती जिला एवं सत्र न्यायालय में स्वर्गीय टी.आर. गिल्डा स्मारक ई-लाइब्रेरी का उद्घाटन करेंगे।

UP News: सरकार जाएगी तो बिजली आएगी…सपा चीफ अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर कसा तंज, कहा – BJP में अपनों को ही न्याय नहीं…

Shubahm Srivastava
Published by Shubahm Srivastava

Recent Posts

पाक की एक बार फिर से हुई इंटरनेशनल बेइज्जती, रोते हुए ICC के पास पहुंचा PCB; एशिया कप के समय भी हुई थी फजीहत

Pakistan Cricket Board: PCB ने आगामी T20 वर्ल्ड कप टिकट बिक्री के प्रमोशनल पोस्टर से…

December 15, 2025

ट्रेन की छत पर लगे छोटे प्लेट्स आखिर क्यों होते हैं, जानिए क्या होता है इनका काम; क्यों हैं इतने महत्वपूर्ण?

Indian Railway Interesting facts: ये प्लेट्स केवल डिजाइन का हिस्सा नहीं होतीं, बल्कि इनका बहुत…

December 15, 2025

Explainer: सर्दियों में ज़्यादा चाय-कॉफी बन सकती है जोड़ों के दर्द की वजह, हो जाएं सावधान; एक्सपर्ट ने दी चेतावनी

Arthritis Winter Tips: स्वास्थ्य विशेषज्ञ अब चेतावनी दे रहे हैं कि सर्दियों की यह आरामदायक…

December 15, 2025