Air India Crash: अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद देशभर में सवालों का सिलसिला शुरू हो गया है। इस रिपोर्ट पर अब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू का भी बयान आ गया है। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी गंभीरता से इस जांच को देख रही है और AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) को हरसंभव सहयोग दिया जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस दर्दनाक हादसे में 274 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 229 यात्री, 12 क्रू मेंबर और 33 अन्य लोग जो जमीन पर मौजूद थे। केवल 1 यात्री गंभीर हालत में बच पाया था।
हादसे की रिपोर्ट पर मंत्री की प्रतिक्रिया
राम मोहन नायडू ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, “हम AAIB के संपर्क में हैं और उन्हें हर तकनीकी और प्रशासनिक सहायता दी जा रही है। ये रिपोर्ट शुरुआती स्तर की है, इसलिए अभी कोई अंतिम निष्कर्ष निकालना जल्दबाज़ी होगी।” उन्होंने कहा कि मंत्रालय इस रिपोर्ट का गहराई से विश्लेषण कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा, “मुझे गर्व है कि हमारे पायलट्स और क्रू मेंबर्स दुनियाभर में सबसे प्रोफेशनल और सक्षम हैं। यही वर्कफोर्स भारतीय विमानन क्षेत्र की रीढ़ है।”
AAIB की रिपोर्ट में क्या निकला?
AAIB की रिपोर्ट में यह सामने आया है कि एयर इंडिया का ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के महज 30 सेकेंड बाद ही हादसे का शिकार हो गया। कारण बेहद चौंकाने वाला है, प्लेन के दोनों इंजन अचानक ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ मोड में चले गए, जिससे फ्यूल सप्लाई बंद हो गई। बिना ईंधन के इंजन ने काम करना बंद कर दिया और कुछ ही पलों में प्लेन नीचे गिर गया।
क्यों नहीं बच पाया विमान?
जैसे ही इंजन बंद हुए, विमान ने जरूरी ऊंचाई हासिल नहीं की थी। इसी कारण आपातकालीन पावर सिस्टम RAM Air Turbine (RAT) एक्टिव नहीं हो पाया, जो प्लेन को ऐसी हालात में थोड़ी पावर सप्लाई करता है। पायलटों ने इंजन दोबारा स्टार्ट करने की पूरी कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
अंतिम रिपोर्ट का इंतजार
राम मोहन नायडू ने जोर देते हुए कहा कि AAIB एक स्वतंत्र संस्था है और पूरी जांच प्रक्रिया पारदर्शी ढंग से आगे बढ़ रही है। सरकार को उम्मीद है कि अंतिम रिपोर्ट जल्दी सामने आएगी, जिससे इस दर्दनाक हादसे की असली वजह का पता चल सकेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के उपाय किए जा सकेंगे। हादसे के बाद सिर्फ सिस्टम ही नहीं, सरकार भी अलर्ट मोड में है। फिलहाल सबकी नजरें AAIB की अंतिम रिपोर्ट पर टिकी हैं।

