Ayurvedic tips For better sexual health: हर किसी की चाहत होती है कि उसकी सेक्स लाइफ सिर्फ रोमांटिक नहीं, बल्कि हेल्दी भी रहे. ऐसे में सही जानकारी की कमी की वजह से कई बार सेक्सुअल रिलेशनशिप्स उतार-चढ़ाव आने लगते हैं और रिश्तों में दूरियां बनने लगती हैं. तब लोग डॉक्टर की सलाह लेते हैं या घरेलु नुस्खों की तरफ बढ़ते हैं.
अगर आप भी अपनी सेक्स लाइफ बेहतर बनाना चाहते हैं तो आयुर्वेद के कुछ टिप्स को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल कर सकते हैं. आयुर्वेद में सेक्स ड्राइव से लेकर स्टेमिना बढ़ाने और इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या से निपटने के भी उपाय बताए गए हैं.
यौन संबंध बनाने के लिए कौन-सा समय है बेस्ट?
आयुर्वेद में यौन संबंध बनाने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह का माना गया है. इस समय शरीर में एनर्जी भरपूर होती है और सेक्सुअल हार्मोन्स की मात्रा भी हाई होती है. पुरुषों में यह हार्मोन्स और एनर्जी दिन के समय भी अच्छी रहती है. हालांकि, आयुर्वेद में शाम और रात में यौन संबंध बनाना ठीक नहीं माना गया है.
सेक्स लाइफ बेहतर बनाने में मदद करेंगे ये 5 टिप्स
नारियल तेल
इंटरकोर्स के समय कई बार फ्रिक्शन की वजह से पार्टनर को दर्द होने लगता है. ऐसे में यौन संबंध का मजा किरकिरा हो सकता है. इस समस्या से बचने के लिए आप नारियल का तेल नेचुरल ल्यूब्रिकेंट की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे परफॉर्मेंस बेहतर होता है. हालांकि, लेटेक्स कंडोम के साथ किसी भी तरह के ऑयल का इस्तेमाल न करें.
अश्वगंधा
टेंशन और थकान की वजह से सेक्स ड्राइव कम होने लगती है. ऐसे में अपनी डाइट में अश्वगंधा शामिल करना फायदेमंद हो सकता है. अश्वगंधा सिर्फ एनर्जी, स्टेमिना और सेक्स ड्राइव नहीं बढ़ाता है. बल्कि, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन जैसी समस्या को भी दूर करने में मदद करता है.
योग
सेक्सुअल लाइफ को बेहतर बनाने के लिए योग करने की सलाह दी जाती है. कई ऐसे योग आसन हैं, जो सेक्स ड्राइव बढ़ाने में मदद करते हैं. इतना ही नहीं, लेग और कोर स्ट्रेंथ को भी मजबूत बनाते हैं. सेक्स लाइफ को बेहतर करने के लिए हर दिन स्टैंडिंग लंग्स, स्क्वाट और सीटेटे ट्विस्ट करना चाहिए. आप चाहें तो पार्टनर के साथ कपल योग भी कर सकते हैं, यह पार्टनर के साथ कनेक्शन बनाने में मदद कर सकता है.
कितनी बार करना चाहिए सेक्स?
आयुर्वेद के अनुसार, हफ्ते में 2 से 5 बार यौन संबंध बनाना अच्छा हो सकता है. वहीं, 2 से 3 बार सेक्स करने वाले लोग अपनी लाइफ में खुश रहते हैं और तनाव उनसे दूर रहता है.
कौन-सा समय सही?
आयुर्वेद में गर्मियों के मौसम में सेक्स की फ्रीक्वेंसी कम करने की सलाह दी जाती है. क्योंकि, इस समय स्टेमिना कम रहता है और शरीर सुस्त हो जाता है. वहीं, सर्दियों में हर दिन फिजिकल इंटीमेसी और इंटरकोर्स हेल्दी माना गया है. यह शरीर को गर्म रखने में भी मदद करता है.
Disclaimer : प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.

