रिसर्च से पता चलता है कि इन 4 प्रकार की दवाओं को खाने से गिरने का खतरा बढ़ सकता है.

नए शोध से पता चलता है कि ओपिओइड, बेंजोडायजेपाइन, गैबापेंटिनॉइड और एंटीडिप्रेसेंट जैसी आम प्रिस्क्रिप्शन दवाएं, बुजुर्गों में नींद आने और संतुलन बिगड़ने के कारण गिरने के जोखिम को काफी बढ़ा देती हैं. ये दवाएं भ्रम और चक्कर का कारण भी बन सकती हैं, जिससे बुजुर्ग अधिक असुरक्षित हो जाते हैं.

Published by Shivi Bajpai

नए शोध से पता चलता है कि ओपिओइड, बेंजोडायजेपाइन, गैबापेंटिनॉइड और एंटीडिप्रेसेंट जैसी आम प्रिस्क्रिप्शन दवाएं, बुजुर्गों में नींद आने और संतुलन बिगड़ने के कारण गिरने के जोखिम को काफी बढ़ा देती हैं. ये दवाएं भ्रम और चक्कर का कारण भी बन सकती हैं, जिससे बुजुर्ग अधिक असुरक्षित हो जाते हैं. गिरने से कई तरह की चोटें लग सकती हैं और बुजुर्गों में यह जोखिम और भी ज्यादा बढ़ जाता है. नए शोध में एक महत्वपूर्ण कारक पर प्रकाश डाला गया है कि गिरने के जोखिम को बढ़ा सकता है. JAMA हेल्थ फोरम में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, कुछ निर्धारित दवाएं मस्तिष्क को प्रभावित करती हैं और गिरने के जोखिम को बढ़ा देती हैं

इन दवाओं का सेवन करने से लोगों को नींद बहुत ज्याद आने लगती है और उनका संतुलन भी बिगड़ सकता है. तो आइए जानते हैं कि इन दवाओं से कैसे वृद्ध वयस्कों को नुकसान पहुंच सकता है.

ओपिओइड्स: आक्सीकोडीन, हाइड्रोमॉफोर्न

बेंजोडायजेपाइन: हाइड्रोमोफोर्न, अल्प्राजोलन

Related Post

गैबापेंटिनोइड्स: न्यूरोन्टिन, होराइज़ेंट, ग्रेलिस

अवसादरोधी दवाएं- सिटालोप्राम, सेर्टालाइन

इन दवाओं का प्रभाव मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर पड़ता है, जिससे व्यक्ति को नींद नहीं आती, चक्कर आना या भ्रम की स्थिति महसूस होती है. इससे मानसिक और शारीरिक प्रभावों के कारण व्यक्ति के गिरने की आशंका बन जाती है. 

गिरने के खतरे का संकेत देने वाले चेतावनी चिन्ह

दिन में नींद आना

चीजें याद न रहना

भ्रम

दृष्टि का कमजोर होना 

अचानक चक्कर आना

ऐसे मामले बुजुर्गों में देखने को ज्यादा मिलते हैं.

Explainer: सर्दियों में ज़्यादा चाय-कॉफी बन सकती है जोड़ों के दर्द की वजह, हो जाएं सावधान; एक्सपर्ट ने दी चेतावनी

क्या इसको रोकने का कोई रास्ता है?

हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, इन दवाओं का सेवन करने वालों के लिए इन्हें अचानक बंद करना समस्या पैदा कर सकता है. किसी स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श करना सबसे पहला कदम है, क्योंकि इससे इन दवाओं की आवश्यकता के बारे में स्पष्टता मिल सकती है। दवाएं महत्वपूर्ण हैं, लेकिन दुष्प्रभावों पर भी उतना ही ध्यान देना चाहिए और उनका समय पर समाधान किया जाना चाहिए.

Insulin Resistance क्या होता है? जानें इसके लक्षण, इलाज और बचाव के तरीके

Shivi Bajpai
Published by Shivi Bajpai

Recent Posts

Petrol Diesel Price Today: महंगाई का झटका या राहत? पेट्रोल-डीजल के नए रेट यहां देखें

Petrol Diesel Price Today: सुबह 6 बजे राष्ट्रीय तेल कंपनियां (OMC) ताजा कीमतों की घोषणा…

December 15, 2025

जसप्रीत बुमराह अचानक क्यों हुए टीम से बाहर? क्या पूरी सीरीज से कटेगा पत्ता; BCCI का चौंकाने वाला अपडेट आया सामने

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच जारी टी20 सीरीज के बीच जसप्रीत बुमराह का अचानक…

December 15, 2025

कौन हैं साई जाधव? जिन्होंने टेरिटोरियल आर्मी की पहली महिला लेफ्टिनेंट बनकर तोड़ दिया 93 साल का रिकॉर्ड

Sai Jadhav Profile: इन दिनों साई जाधव की चर्चा जोरों पर है. उन्होंने टेरिटोरियल आर्मी…

December 15, 2025

कौन हैं पूर्व IPS श्रीलेखा? केरल की पहली महिला DGP; अब तिरुवनंतपुरम में BJP की पहली मेयर बनने की दौड़ में आगे

केरल में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया है. निकाय चुनाव केरल विधानसभा चुनाव के पहले…

December 15, 2025

पंजाब में कबड्डी टूर्नामेंट के दौरान अज्ञात हमलावरों ने की अंधाधुंध फायरिंग, एक खिलाड़ी घायल

Punjab News: पंजाब के सेक्टर 79 में कबड्डी टूर्नामेंट के दौरान अज्ञात मोटरसाइकिल सवार हमलावरों…

December 15, 2025