Sexual Health Problem: कुछ लोग सेक्स का नाम सुनते ही बेचैनी और डर महसूस करने लगते हैं. ऐसे लोगों में यह डर इतना गहरा होता है कि वे किसी भी तरह की नजदीकी या बातचीत से भी दुर भागने लगते हैं. इस स्थिति को इरोटोफोबिया (Erotophobia) कहा जाता है. यह एक तरह का मानसिक स्वास्थ्य रोग होता है, जिसमें व्यक्ति को सेक्स से जुड़ी बातें, सोच या शारीरिक संबंध बनाने से लगातार डर, घबराहट या चिंता महसूस होती है. इरोटोफोबिया के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं. कुछ लोगों को सेक्स शब्द सुनते ही पसीना आने लगता है, दिल की धड़कन तेज हो जाती है या घबराहट बढ़ जाती है. वहीं कई लोग पार्टनर के करीब आते ही डर के कारण असहज महसूस करते हैं और नजदीकी रिश्तों से दूरी बनाने लगते हैं. कई बार यह समस्या आत्मविश्वास की कमी, यौन शोषण का अनुभव भी हो सकता है.इसके लिए मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग, थेरेपी और सही सपोर्ट बेहद मददगार साबित हो सकते हैं. लेकिन सबसे जरूरी है कि लक्षणों को समय रहते पहचाना जाए और खुलकर बात की जाए. सही इलाज और सहयोग से व्यक्ति इस डर से बाहर आकर एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकता है.
फिलेमाफोबिया
फिलेमाफोबिया से ग्रस्त लोग किस लेने से डरते हैं. सांसों की बदबु भी इसका एक कारण है. इसके अलावा, लोग अपनी सेहत के लिए किस से बचते हैं, इस डर से कि कहीं उनके मुंह में कीटाणु न आ जाएं.
जेनोफोबिया
जेनोफोबिया से ग्रस्त लोग सेक्स से डरते हैं. हालांकि, जेनोफोबिया से ग्रस्त लोग किस के अलावा कई अन्य गतिविधियों में भी संलग्न होते हैं. वे शारीरिक संपर्क के बाद होने वाले लगाव से डरते हैं. इसके अलावा, ये व्यक्ति अपने साथी को छोड़ने का डर भी पालते हैं.
पैराफोबिया
पैराफोबिया से ग्रस्त लोग लगातार इस डर से रहते हैं कि सेक्स से उनमें किसी प्रकार की कमी हो सकती है. कुछ लोग अपने साथी को असहज करने से भी डरते हैं. इस फोबिया से ग्रस्त लोग अपनी पसंद के अनुसार सेक्स का आनंद लेते हैं. कुछ तो सेक्स करने से भी डरते हैं.
हैफेफोबिया
हेफेफोबिया से ग्रस्त लोगों को छूने पर भी घबराहट होती है. अगर कोई करीबी भी उन्हें छू ले, तो वे डर जाते हैं.
जिम्नोफोबिया
जिम्नोफोबिया से ग्रस्त लोगों को दूसरों के सामने न्यूड होने में डर लगता है. कुछ लोग अपनी शारीरिक बनावट को लेकर चिंता के कारण सेक्स से बचते हैं.

