What is Industrial Starch: जब भी कोई खतरनाक कार्बोहाइड्रेट की बात करता है, तो ज्यादातर लोग सोचते हैं चीनी, मैदा, या सफेद चावल. लेकिन असली खतरा इनमें से कोई नहीं है. असली दोषी है एक ऐसा कार्बोहाइड्रेट जो इन सब से भी ज्यादा हानिकारक है इंडस्ट्रियल स्टार्च (Industrial Starch). स्टार्च असल में शुगर के मॉलिक्यूल की एक लंबी चेन होती है. ये वैसे तो रूप से आलू, चावल या दालों में पाया जाता है. लेकिन जो स्टार्च फैक्ट्रियों में बनाया जाता है, वो बिल्कुल अलग चीज है. ये आर्टिफिशियल रूप से बनाया गया और बेहद प्रोसेस्ड पदार्थ होता है, जिसे खाने के उत्पादों को गाढ़ा या भारी दिखाने के लिए डाला जाता है.
इसे बनाने के दौरान इसे बहुत अधिक गर्म किया जाता है और कई तरह के रासायनिक प्रक्रियाओं से गुजारा जाता है. इस वजह से ये शरीर में बहुत जल्दी टूट जाता है और सीधे ब्लड शुगर को बढ़ा देता है.
शुगर से भी ज्यादा नुकसानदायक
जब आप इंडस्ट्रियल स्टार्च खाते हैं, तो आपका ब्लड शुगर स्तर चीनी से भी तेजी से बढ़ता है. यानी अगर आप एक चम्मच चीनी खाएं, तो भी उसका असर इस नकली स्टार्च जितना नहीं होगा.
इससे शरीर में सूजन (inflammation) बढ़ती है, पेट की चर्बी, थकान और फैटी लिवर जैसी समस्याएं पैदा होती हैं. लंबे समय में यह टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कई गुना बढ़ा देता है. आज भारत में करीब 10 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं और इसका एक बड़ा कारण यही छिपा हुआ कार्बोहाइड्रेट है.
कहां-कहां छिपा है ये जहर?
इंडस्ट्रियल स्टार्च किसी एक चीज में नहीं, बल्कि लगभग हर पैकेज्ड फूड में मौजूद होता है. इसमें शामिल हैं –
माल्टोडेक्सट्रिन (Maltodextrin)
कॉर्न स्टार्च (Corn Starch)
मॉडिफाइड फूड स्टार्च (Modified Food Starch)
टैपिओका स्टार्च (Tapioca Starch)
व्हीट स्टार्च (Wheat Starch)
ये सभी छिपे हुए नामों में आपके रोजमर्रा के खाने में मिलते हैं जैसे बिस्किट, सॉस, सूप, रेडी-टू-ईट मिक्स, मसाले और यहां तक कि कुछ प्रोटीन पाउडर तक में.
क्यों डाला जाता है ये?
इसका मुख्य उद्देश्य स्वाद या पोषण देना नहीं होता. ये सिर्फ एक सस्ता फिलर (filler) है, जो चीजों को गाढ़ा दिखाने और वजन बढ़ाने के लिए डाला जाता है. लेकिन इसका पोषण मूल्य लगभग शून्य होता है.
अगर आप सच में स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो अगली बार कोई पैकेज्ड फूड खरीदने से पहले उसका लेबल ध्यान से पढ़ें. जिन उत्पादों में ऊपर बताए गए नाम दिखें, उन्हें कम से कम खाएं या पूरी तरह से टालें. असली स्टार्च हमेशा घर के बने आलू, चावल या अनाज से लें न कि फैक्ट्री के नकली रूप से.

