क्या आपका दिल है कमजोर? सोयाबीन और सूरजमुखी तेल में से यह है सबसे फायदेमंद

हृदय की सेहत के लिए तेल का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है. सोयाबीन और सूरजमुखी तेल दोनों ही स्वास्थ्यवर्धक विकल्प माने जाते हैं, लेकिन इनके पोषक तत्व और उपयोग में अंतर है.

Published by Komal Singh

आजकल हर घर में खाना पकाने के लिए अलग-अलग तरह के तेल इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन जब बात दिल की सेहत की आती है, तो सही तेल चुनना बहुत जरूरी हो जाता है. सोयाबीन ऑयल और सनफ्लावर ऑयल दोनों ही भारत में सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाले कुकिंग ऑयल हैं. दोनों तेल पौधों से बने होते हैं और इनमें असंतृप्त वसा पाई जाती है जो हृदय के लिए अच्छी मानी जाती है. लेकिन कई बार लोग यह नहीं समझ पाते कि इन दोनों में से कौन सा तेल दिल के लिए ज्यादा बेहतर है. तो चलिए जानते कि सोयाबीन और सनफ्लावर ऑयल में क्या अंतर है, उनके फायदे और नुकसान क्या हैं, और कौन सा तेल दिल की सेहत के लिए सही चुनाव साबित हो सकता है.

 

 सोयाबीन तेल की पोषकता

सोयाबीन ऑयल प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स से भरपूर होता है. यह हृदय की धमनियों में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है. इसमें मौजूद अल्फा-लिनोलेनिक एसिड दिल के लिए फायदेमंद माना जाता है. नियमित मात्रा में इसका सेवन हृदय रोग, स्ट्रोक और ब्लड प्रेशर की समस्याओं को कम कर सकता है. लेकिन अगर इसे जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल किया जाए, तो यह शरीर में फैट बढ़ा सकता है.

 

 

सनफ्लावर ऑयल के पोषण तत्व

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सनफ्लावर तेल में विटामिन E की मात्रा काफी अधिक होती है जो त्वचा, बालों और हृदय की सेहत के लिए बेहद लाभदायक है. यह तेल मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स से भरपूर होता है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करता है. नियमित और सीमित उपयोग से यह दिल को स्वस्थ रखता है, लेकिन ज्यादा गर्म करने या बार-बार इस्तेमाल से इसके गुण कम हो जाते हैं.

 

 

दिल के लिए कौन बेहतर है?

 

दिल की सेहत की बात करें तो दोनों तेल अच्छे हैं, लेकिन ओमेगा-3 फैटी एसिड की अधिकता के कारण सोयाबीन ऑयल को थोड़ा अधिक फायदेमंद माना जाता है. यह दिल की धमनियों को लचीला रखता है और ब्लड प्रेशर नियंत्रित करता है. वहीं सनफ्लावर ऑयल में विटामिन E ज्यादा होने से यह हृदय की कोशिकाओं को ऑक्सीडेशन से बचाता है. इसलिए दोनों को बारी-बारी से इस्तेमाल करना सबसे अच्छा विकल्प होता है.

Komal Singh

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