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रोज खाते हैं ये चीजें? तो हो जाएं सतर्क… वरना खुद होंगे इस खतरनाक बीमारी के जिम्मेदार

रोजमर्रा में खाई जाने वाली कई चीजें जैसे कोल्ड ड्रिंक, माइक्रोवेव पॉपकॉर्न और कैन फूड कैंसर का खतरा बढ़ा सकती हैं. हेल्दी विकल्प चुनकर आप अपनी सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं.

Published by sanskritij jaipuria

जंक फूड को हम सबने एक खतरनाक भोजन के रूप में पहचान लिया है, लेकिन क्या आपको पता है कि कुछ ऐसी चीजें जो आप हर दिन खाते हैं, वो भी जंक फूड जितनी ही खतरनाक हो सकती हैं? और सबसे डरावनी बात ये है कि ये नुकसान धीरे-धीरे होता है — बिना किसी चेतावनी के.

यहां हम बात करेंगे उन आम खाई जाने वाली चीजों की, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकती हैं, साथ ही बताएंगे उनके कुछ हेल्दी विकल्प ताकि आप बेहतर लाइफस्टाइल अपना सकें.

कोल्ड ड्रिंक – मिठास में छुपा जहर

कोल्ड ड्रिंक सिर्फ शुगर ही नहीं, बल्कि एक खतरनाक केमिकल 4-MEI से भी भरपूर होती है, जो इसके आर्टिफिशियल कलर (Caramel IV) में पाया जाता है. ये केमिकल अमोनिया-आधारित प्रक्रिया से बनता है और संभावित रूप से कैंसरजनक हो सकता है.

हेल्दी ऑप्शन: नारियल पानी, नींबू पानी या बिना 4-MEI वाली ड्रिंक्स चुनें.

ग्रिल्ड रेड मीट

तेज टेंपरेचर पर ग्रिल किए जाने पर रेड मीट में हाइड्रोकार्बन बनते हैं, जो उसके केमिकल स्ट्रक्चर को बिगाड़कर कैंसर के रिस्क को बढ़ा सकते हैं.

हेल्दी ऑप्शन: वाइट मीट जैसे चिकन या टर्की और यदि रेड मीट लें तो उसे कम तापमान पर पकाएं.

माइक्रोवेव पोपकॉर्न

पॉपकॉर्न के स्वाद के लिए उपयोग में लाया जाने वाला डाईएसिटील गर्म होने पर जहरीला बन जाता है. इसलिए इसका सेन करने से बचना चाहिए.

हेल्दी ऑप्शन: घर पर बिना मक्खन के एयर-पॉप्ड पॉपकॉर्न बनाएं.

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कैन वाला खाना

कैन फूड, खासकर टमाटर, में मौजूद एसिड, BPA (Bisphenol A) को सोख लेता है. BPA एक ऐसा रसायन है जो शरीर के हार्मोन को बदल सकता है और मस्तिष्क की कोशिकाओं पर बुरा असर डाल सकता है.

हेल्दी ऑप्शन: ताजी सब्जियां या फ्रोजन फूड का इस्तेमाल करें.

वेजिटेबल ऑयल

अधिकतर वेजिटेबल ऑयल (सोया, कैनोला आदि) केमिकल प्रोसेसिंग से निकलते हैं और इनमें ओमेगा-6 फैट्स की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो कोशिकाओं की संरचना को प्रभावित कर सकते हैं और कैंसर का कारण बन सकते हैं.

हेल्दी ऑप्शन: सरसों का तेल, ऑलिव ऑयल या घी का सीमित मात्रा में प्रयोग करें.

फार्म की गई मछली

जंगली सैल्मन में ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं. लेकिन फार्म्ड सैल्मन को पेस्टीसाइड्स और एंटीबायोटिक दवाएं दी जाती हैं जो उनके शरीर में जमा होती हैं और हमारे शरीर में पहुंचकर गंभीर बीमारियां पैदा कर सकती हैं.

हेल्दी ऑप्शन: वाइल्ड-कैच सैल्मन या प्योरिफाइड फिश ऑयल सप्लीमेंट्स.

क्यों ये जानकारी जरूरी है?

हम जो खाते हैं, वही हमारी सेहत को बनाता या बिगाड़ता है. ज्यादातर लोग स्वाद और सुविधा के चक्कर में अपनी सेहत को दांव पर लगा देते हैं- बिना ये सोचे कि उसका असर आने वाले सालों में कितना गंभीर हो सकता है. कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे पनपती है और जब तक इसका पता चलता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है.

आपको सबकुछ छोड़ने की जरूरत नहीं, लेकिन समझदारी से चुनाव करने की जरूरत है. खाना सिर्फ स्वाद के लिए नहीं, शरीर के लिए होना चाहिए. इन हानिकारक चीजों को सीमित करें और हेल्दी विकल्पों को अपनाएं.

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