Helicopter Booking For Wedding: शादियों का मौसम आते ही दूल्हा-दुल्हन की एंट्री को लेकर नए-नए ट्रेंड देखने को मिल रहे हैं. पहले जहाँ बारातें घोड़ों और महंगी गाड़ियों में आती थीं, वहीं अब हेलीकॉप्टर एंट्री का चलन तेज़ी से बढ़ रहा है. अगर आप अपनी शादी को आसमान से दूल्हे की एंट्री करवाकर यादगार बनाना चाहते हैं, तो आपको न सिर्फ़ अपनी जेब ढीली करनी होगी, बल्कि नियम-कानूनों का भी ध्यान रखना होगा.
CJI गवई पर हमला करने वाले वकील का बड़ा दावा, सुन चक्कर खाकर गिर जाएंगे आप!
हेलीकॉप्टर रेंटल: कितना खर्च आएगा?
देश में कई बड़ी हेलीकॉप्टर रेंटल कंपनियाँ हैं, जिनमें पवन हंस, अरिहंत, ब्लूहाइट्स एविएशन प्राइवेट लिमिटेड और एयर चार्टर्स इंडिया शामिल हैं.
किराया: हेलीकॉप्टर का किराया मुख्य रूप से मॉडल, आकार, सीटों की संख्या और उड़ान की दूरी पर निर्भर करता है.
प्रति घंटे की शुरुआती कीमत: आमतौर पर, यह प्रति घंटे के हिसाब से लिया जाता है. शुरुआती दरें लगभग ₹50,000 प्रति घंटे से शुरू होती हैं.
लंबी अवधि की बुकिंग लागत: अगर आप लंबी दूरी या लंबे समय के लिए बुकिंग करते हैं, तो यह लागत ₹2 लाख से लेकर ₹10 लाख या उससे भी ज़्यादा हो सकती है.
किराए के अलावा अन्य ज़रूरी खर्च
हेलीकॉप्टर की कीमत सिर्फ़ किराए तक ही सीमित नहीं है. हेलीकॉप्टर उतारने के लिए विशेष तैयारियों की ज़रूरत होती है, जिससे अतिरिक्त लागत आती है. जिस जगह हेलीकॉप्टर उतरना है, वहाँ एक लैंडिंग साइट (हेलीपैड) तैयार करना ज़रूरी है. इसमें ज़मीन को समतल करना, ‘H’ का निशान लगाना और सुरक्षा व्यवस्था करना शामिल है, इन सभी का शुल्क ऑपरेटर द्वारा अलग से लिया जाता है.
सबसे ज़रूरी: अनुमतियाँ और नियम
हेलीकॉप्टर उतारने और उड़ान भरने के लिए सरकारी अनुमति ज़रूरी है. इसके लिए भारतीय वायु सेना, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) या स्थानीय प्रशासन से मंज़ूरी लेनी होती है. अच्छी बात यह है कि आम लोगों को इन औपचारिकताओं की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि यह ज़िम्मेदारी हेलीकॉप्टर कंपनी या ऑपरेटर की होती है.
कौन है वो वकील जिसने CJI पर फेंका जूता, कारनामे जान दंग रह गए लोग

