Metro In Dino Movie Review: ‘मेट्रो इन डिनो’ देखना वाकई बहुत मजेदार था। यह फिल्म वाकई आपकी जिंदगी के हर पड़ाव की यादें ताजा कर देगी। इस फिल्म को देखते हुए, आपको एहसास होगा कि सिनेमा आपके रिश्तों को बेहतर बनाने में कैसे मदद कर सकता है। अनुराग बसु की ये फिल्म इन दिनों’ में अलग-अलग शहरों में रहने वाले विभिन्न एज ग्रुप्स के प्यार की परतों को खोलता है। ये फिल्म चार अलग-अलग एज ग्रुप के माध्यम से प्रेम की जटिलता को सरलता में बदलने की एक सुंदर पहल है।
त्रिपाठी और कोंकणा सेन शर्मा की कहानी
निर्देशक अनुराग बसु के इस फिल्म की कहानी मुंबई, पुणे, बेंगलुरू, दिल्ली और कोलकाता जैसे चार महानगरों में सफर करती है। पंकज त्रिपाठी और कोंकणा सेन शर्मा की कहानी फिल्म हर तरह से बाजी मार ले जाती है। इन दोनों कलाकारों ने अपने किरदारों के ज़रिए न सिर्फ़ रिश्तों की पेचीदगियों को दिखाया है बल्कि लोगों को खूब हंसाया भी है। पंकज त्रिपाठी अपने अनोखे अंदाज़ में दिल जीत लेते हैं।
फिल्म की कहानी
आज के समय में जब हम इस फिल्म की कहानी को आप एक आम कहानी कह सकते हैं। लेकिन यह फिल्म अपनी सादगी की वजह से आपके दिल को छू जाएगी।अनुराग बसु ने अपनी संगीतमय फिल्म के साथ कहानी कहने को एक बिल्कुल नया जादू दिया है, जिसका हम सभी को बेसब्री से इंतजार था।हर एक भूमिका, हर एक चरण, उसकी कठिनाइयों और जटिलताओं को खूबसूरती से संभाला गया है। हालांकि फिल्म का पहला हिस्सा किरदारों की विचित्रताओं के साथ तेज़ी से चलता है और इंटरवल के बाद कहानी की रफ़्तार धीमी पड़ती नज़र आती है, लेकिन फिर क्लाइमेक्स राहत देता है।
यह एक ऐसी फिल्म है जिसे आपको अपने दोस्तों और परिवार के साथ अच्छा समय बिताने के लिए जरूर देखना चाहिए। इसमें दो बेमेल जोड़े हैं जो एक-दूसरे को समझने की पूरी कोशिश कर रहे हैं और साथ ही, यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या वे एक-दूसरे के लिए बने हैं या नहीं।
गानों से भरपूर है फिल्म
फिल्म गानों से भरपूर है। चूंकि निर्देशक ने प्रीतम, पापोन और चैतन्य राघव के गानों और संगीत को हॉलीवुड म्यूजिकल की तरह कहानी को आगे बढ़ाने के लिए सूत्रधार की तरह इस्तेमाल किया है, इसलिए ये गाने फिल्म पर हावी हैं।

