बॉलीवुड एक्ट्रेस मल्लिका शेरावत (Mallika Sherawat) ने 2003 में फिल्म ‘ख्वाहिश’ से डेब्यू किया था. इस फिल्म में उन्होंने को-स्टार सुधांशु पांडे के साथ 17 किसिंग सीन्स देकर खलबली मचा दी थी. इसके बाद मल्लिका ने 2004 में इमरान हाशमी के साथ मर्डर में बोल्ड सीन्स की झड़ी लगा दी थी जिसके बाद हर तरफ उनके ही नाम की चर्चा होने लगी थी. उस दौरान पर्दे पर किसी एक्ट्रेस का इतना बोल्ड होना आज की तरह आम बात नहीं थी लेकिन तब ऐसा करके मल्लिका रातोंरात मशहूर हो गईं थीं. मल्लिका को इस इमेज से काफी फायदा भी हुआ लेकिन इसके नुकसान भी उन्हें झेलने पड़े. एक इंटरव्यू में उन्होंने इस बात का जिक्र भी किया था. उन्होंने कहा था कि शुरुआत में उनके साथ भी कास्टिंग काउच की कोशिशें हुईं लेकिन उन्होंने ऐसी परिस्थितियों को संभाल लिया और इससे बच गईं.
मर्डर के बाद बोल्ड एक्ट्रेस की छवि बन गई: मल्लिका
मल्लिका ने कहा था कि अपनी बोल्ड इमेज के कारण लोग उन्हें रियल लाइफ में भी वैसा ही समझने लगे थे और इस बात का फायदा उठाने की कोशिश भी करने लगे थे. मल्लिका ने कहा था, मैंने डायरेक्टली कास्टिंग काउच नहीं झेला. स्टारडम की तरफ मेरा रास्ता आसान था, मैं मुंबई आई, मुझे मर्डर और ख्वाहिश जैसी फिल्में मिल गई, मुझे ज्यादा स्ट्रगल नहीं करना पड़ा लेकिन इन फिल्मों के बाद…चूकिं मर्डर काफी बोल्ड मूवी थी तो मेरी बोल्ड इमेज ही बन गई. कई मेल एक्टर्स ने इस बात का फायदा उठाना चाहा, उन्होंने मुझसे कहा कि फिल्मों में इतना बोल्ड हो सकती हो तो ऑफ़ स्क्रीन क्यों नहीं?
मुंह पर बोला, कॉम्प्रोमाइज नहीं करूंगी
वह मेरी ऑफ स्क्रीन और ऑन स्क्रीन पर्सनालिटी को अलग नहीं कर पाए जिससे मुझे काफी परेशानी हुई. मैं काफी मजबूत किस्म की महिला हूं तो मेल एक्टर्स को मैंने डायरेक्टली बोल दिया कि सॉरी मैं कॉम्प्रोमाइज नहीं कर पाउंगी. मैं यहां करियर बनाने आई हूं बॉलीवुड में कॉम्प्रोमाइज करने नहीं. इस वजह से कई मेल एक्टर्स ने मेरे साथ काम नहीं किया. मल्लिका ने ये भी कहा कि महिलाएं कई बार खुद को जानकर ऐसी परिस्थितियों में डाल देती हैं इसलिए वो हमेशा क्लियर रहीं कि वो कभी बॉलीवुड पार्टीज अटेंड ही नहीं करेंगी.

