Kangana Ranaut India News Exclusive: बॉलीवुड की क्वीन और अब मंडी से भाजपा सांसद, कंगना रनौत (Kangana Ranaut) हाल ही में एक नए अंदाज में नजर आईं. तीन साल बाद रैंप पर वापसी करते हुए उन्होंने सैलटनेट के ब्राइडल ज्वैलरी कलेक्शन के लिए शोस्टॉपर के तौर पर रैंप वॉक किया. इस मौके पर उन्होंने इंडिया न्यूज़ (न्यूज़ एक्स) से खास बातचीत की. इस बातचीत में उन्होंने फैशन, भारतीय संस्कृति, आत्मनिर्भर भारत, फिल्मों और अपने फैशन आइकॉन तक, हर पहलू पर खुलकर विचार रखे.
भारतीय संस्कृति ही असली पहचान
इंटरव्यू के दौरान जब कंगना से उनके फैशन स्टेटमेंट और भारतीय परंपरा के मेल-जोल पर सवाल किया गया, तो उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी का नारा दोहराया और कहा: “मेरा सभी से अनुरोध है कि अब हमें आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ना चाहिए.” उन्होंने बताया कि “फैशन सिर्फ ग्लैमर नहीं, बल्कि संस्कृति को संजोने और आगे बढ़ाने का भी माध्यम है.”
खासकर खादी साड़ी और स्वदेशी ज्वैलरी ब्रांड्स पर बात करते हुए कंगना ने कहा कि ये सिर्फ कपड़े या गहने नहीं हैं, बल्कि भारतीयता की पहचान हैं. “खादी साड़ी के द्वारा हमें अपनी संस्कृति और लोगों को बढ़ावा देना चाहिए. इससे हमारे देश की प्रगति होगी और लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा. यह भारतीयता को लेकर हमारा कर्तव्य है.”
फिल्मों की दुनिया और नए प्रोजेक्ट्स
हालांकि, कंगना अब राजनीति में सक्रिय हैं, लेकिन सिनेमा से उनका रिश्ता अभी भी बरकरार है. इंटरव्यू में उन्होंने अपनी आने वाली फिल्मों का भी जिक्र किया. उन्होंने खुलासा किया कि वह एक बार फिर अभिनेता आर. माधवन के साथ काम करने वाली हैं. इससे पहले दोनों “तनु वेड्स मनु” जैसी हिट फिल्मों में साथ नजर आ चुके हैं.
मुस्कुराते हुए कंगना ने कहा कि इस समय उनकी कोशिश है कि वह अपनी ज़िंदगी और करियर के बीच तालमेल बैठा सकें. राजनीति, फिल्मों और निजी जीवन के बीच बैलेंस बनाना उनके लिए चुनौती है, लेकिन वह इसे सकारात्मक अंदाज में ले रही हैं.
कौन हैं कंगना के फैशन आइकॉन?
बात सिर्फ फिल्मों और राजनीति तक नहीं रुकी. कंगना ने फैशन आइकॉन और प्रेरणा के बारे में भी विस्तार से बताया. उनकी असली प्रेरणा आम भारतीय महिलाएं हैं. “डेली बेसिस पर कई ऐसी महिलाएं हैं जो मुझे इंस्पायर करती हैं. लेकिन, मैं सबसे ज़्यादा उनसे इंस्पायर होती हूं जो सादगी से रहती हैं. जैसे महाराष्ट्र, बंगाल और साउथ इंडिया की महिलाएं, ये सुबह 6 बजे उठकर पूरा काम करती हैं और फिर भी टिप-टॉप रहती हैं. उन्हें पता है कि कब सर ढकना है, कब पैर छूने हैं. ये महिलाएं हमें बहुत प्रभावित करती हैं और इनसे हमें प्रेरणा मिलती है.”
राजनीति और फैशन का संगम
एक ओर वह संसद में जनता की आवाज उठाती हैं, तो दूसरी ओर रैंप पर भारतीयता का संदेश देती हैं. कंगना का मानना है कि राजनीति और फैशन दोनों क्षेत्रों में भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना ही उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है. उनकी यह सोच उन्हें सिर्फ एक अभिनेत्री या सांसद नहीं, बल्कि एक कल्चर आइकॉन भी बनाती है. वह मानती हैं कि ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में भी भारत की पहचान उसकी संस्कृति और परंपरा ही है.

