Delhi Robbery Case: राजधानी दिल्ली के कापसहेड़ा में एक स्कूटर और कार की टक्कर ने तीन चोरों के एक गिरोह का पूरी तरह से भंडाफोड़ कर दिया. दरअसल, हादसे के बाद स्कूटर पर सवाल रोहित रविदास और करमजीत घबराए हुए थे, और उनके पास एक ऐसा मोबाइल फोन मिला जिसे वे अनलॉक नहीं कर पा रहे थे. तो वहीं, सख्ती से पूछताछ करने पर तीन आरोपियों ने अपराध कबूल कर लिया. फिलहाल, पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी के सामान समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
क्या है घटना का पूरा मामला ?
पुलिस के मुताबिक, यह घटना रविवार की बताई जा ही है. रात करीब 8 बजकर 13 मिनट पर कापसहेड़ा के पास एक स्कूटर और कार के बीच टक्कर की पुलिस को सूचना मिली थी. घटनास्थल पर पहुंचने पर स्कूटर पर सवार दो लोग पुलिस को देखर बेहद ही घबरा गए थे. युवकों के घबराने से पुलिस को शक होना शुरू हो गया. जब उनमें से एक के पास एक मोबाइल फोन मिला जिसे वह खोल नहीं पा रहा था पुलिस का शक और भी गहराता चला गया था.
चोरी का भंडाफोड़ और गिरफ्तारी
तीखे सवालों के सामने दोनों ने आखिरकार अपना अपराध पूरी तरह से कबूल कर लिया. उन्होंने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने उसी दिन तड़के कापसहेड़ा की गोपालजी कॉलोनी में लाल चंद नामक व्यक्ति के घर से एक बैग और तीन मोबाइल फोन चुरा लिए थे. तो वहीं, दूसरी तरफ उनकी निशानदेही पर शिकायतकर्ता का चोरी हुआ बैग पूरी तरह से बरामद कर लिया गया है.
गिरफ्तारी के बाद पुलिस का बयान
इसके साथ ही पुलिस ने उनके तीसरे साथी, सोनिया गांधी कैंप निवासी पंकज को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया, आरोपी के पास से चोरी का एक और मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया दया है. तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि हित और करमजीत घरों में चोरी करते हैं और लूट का माल पंकज को देते हैं, जो उसे बेचकर पैसे बांट लिया करता था.
इसके साचथ ही जांच में यह भी सामने आया कि रोहित पहले से ही चार मामलों में शामिल रहा है,जबकि पंकज पर भी पहले दो मुकदमे दर्ज हैं. फिलहाल, चोरी किए गए मोबाइल फोन को बरामद कर लिया गया है लेकिन एक मोबाइल फोन पहले से ही बेचा जा चुका है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी हुई है.

