Engineer Murder Case: राजधानी दिल्ली के रोहिणी में हुई जल बोर्ड इंजीनियर सुरेश राठी की हत्याकांड ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है. अब पुलिस ने इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है. आखिर क्या है हत्या के पीछे की असली वजह जानने के लिए पूरी खबर पढ़िए.
क्या है हत्याकांड की असली वजह ?
दरअसल, मृतक सुरेश राठी अपने सोने के गहनों के लिए पूरे रोहिणी में जाने जाते थे. वह हमेशा भारी गोल्ड चेन, कड़े और कई अंगूठियां पहना करते थे. यही दिखावा उनकी मौत की असली वजह बन गई. उनकी पहचान रोहिणी सेक्टर-24 के एक पान की दुकान पर बंटी नाम के व्यक्ति से हुई थी. देखते ही देखते दोनों की दोस्ती गहरी हो गई और सुरेश राठी ने बंटी को कई बार अपने घर भी बुलाया. इस भरोसे ने बंटी को सुरेश की ज्वेलरी की असली कीमत करे बारे में विस्तार से जानकारी दे दी.
घर के अंदर पहुंचते ही बंटी ने राठी के गर्दन पर तेजी से वार कर दिया जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया.
आरोपी को पकड़ने के लिए टीमों का गठन
आरोपी को पकड़ने के लिए स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) रविंद्र सिंह यादव ने नौ टीमों का गठन किया. कार्रवाई में यह सामने आया कि घर में जबरन एंट्री नहीं थी, यानी आरोपी कोई परिचित था. हालांकि, सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति काले रंग की हुडी और बैग के साथ दिखाई देता हुआ नज़र आ रहा है.
टेक्निकल सर्विलांस ने कैसे लगाया आरोपी का पता ?
टेक्निकल सर्विलांस के जरिए पुलिस ने एक ही झटके में आरोपी का पता लगा लिया. आरोपी ने हत्या के बाद अपना फोन बंद कर दिया था, लेकिन उसके कॉल रिकॉर्ड और IPDR एनालिसिस से पुलिस को एक महिला का नंबर मिला जिससे वह अक्सर संपर्क में करता रहता था. उसी लोकेशन को ट्रैक करते हुए पुलिस विकासपुरी पहुंची और आरोपी को उसकी गर्लफ्रेंड के घर से गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हाथ लगी.
पूरे घटनाक्रम पर पुलिस ने क्या-क्या दी जानकारी ?
इस हत्याकांड पर पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी का क्रिमिनल रिकॉर्ड पहले से ही काफी पुराना है. पुलिस की जानकारी के अनुसार, आरोपी ने साल 2004 से ही चोरी, दंगा और जुए के मामलों में पहले से ही शामिल रहा है. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से मृतक सुरेश राठी के सोने के गहनों और नकदी के साथ दो मोबाइल फोन और एक स्कूटी को भी बरामद कर लिया है.
इस वारदात से एक सीख ज़रूर मिलती है कि गोल्ड की चमक के पीछे छिपे इस लालच ने एक जिंदगी छीन ली और एक को अपराधी बनाने पर मजबूर कर दिया.

