Artificial Rain In Delhi: कई दिनों से हर कोई इंतजार कर रहा था कि राजधानी दिल्ली में Artificial Rain होने वाली है. लेकिन ये बारिश न कल हुई और न ही आज. दरअसल, ये बारिश जहरीली गैस चैंबर बन चुकी दिल्ली को राहत देने के लिए की जा रही थी. वहीं अब जानकारी आ रही है कि कृत्रिम वर्षा या क्लाउड सीडिंग का प्रयास पूरी तरह सफल नहीं रहा. नतीजतन, लक्षित इलाकों में बारिश नहीं हुई. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि IIT कानपुर के वैज्ञानिक इस वैज्ञानिक प्रक्रिया का प्रयास कर रहे थे. लेकिन, बादलों में नमी बहुत कम थी, जिसकी वजह से ये प्लान भी फेल हो गया.
क्या रही पीछे की वजह
मीडिया से बातचीत करते हुए आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने जानकारी दी है कि बादलों में नमी की कमी के कारण बारिश नहीं हो रही है. उन्होंने स्पष्ट किया कि क्लाउड सीडिंग कोई जादुई इलाज नहीं है, बल्कि एक आपातकालीन (एसओएस) उपाय मात्र है. इस प्रयोग में, आईआईटी कानपुर, जो दिल्ली सरकार के साथ सहयोग कर रहा है, उन्होंने मंगलवार को 14 फ्लेयर्स दागे. प्रत्येक फ्लेयर में 20 प्रतिशत सिल्वर आयोडाइड और बाकी में सेंधा नमक और साधारण नमक का मिश्रण था. अग्रवाल ने कहा कि अभी तक बारिश नहीं हुई है और इस लिहाज से यह पूरी तरह सफल नहीं रहा है. दुर्भाग्य से, आज मौजूद बादलों में नमी का स्तर बहुत कम था, केवल 15-20 प्रतिशत. इतनी कम नमी वाले बादलों से बारिश होने की संभावना कम होती है. हालाँकि, इस परीक्षण ने हमारी टीम को और अधिक आत्मविश्वास दिया है कि हम इस तरह के प्रयास जारी रख सकते हैं.
क्या होगी आज बारिश?
इस दौरान उन्होंने मौसम पूर्वानुमानों को लेकर भी बड़ा अपडेट दिया. आज बारिश के बारे में अलग-अलग अनुमान थे. कुछ का कहना था कि बारिश होगी, कुछ का मानना था कि धूप खिली रहेगी और बारिश के कोई आसार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हमारी टीम ने पाया कि जिस क्षेत्र से हम उड़ान भर रहे थे, वहाँ बादलों में नमी बहुत कम थी. हो सकता है कि पूरे क्षेत्र में यही स्थिति रही हो. इसलिए, आज बारिश की उम्मीद नहीं है. वहीं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रोफ़ेसर अग्रवाल ने बुधवार के लिए आशा व्यक्त की. कल दो और उड़ानें भरी जाएंगी. जब भी बादल छाएंगे, हम यह प्रक्रिया जारी रखेंगे.

