Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को बड़ा झटका लगा है. लगभग 20 साल पुराने एक मामले में आज फैसला आने वाला है, जिसमें तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव की संलिप्तता का पता चलेगा. लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए बिहार में IRCTC होटल घोटाला हुआ था, जिसकी आंच समय-समय पर लालू परिवार को परेशान करती रही है.
क्या है IRCTC होटल घोटाला? (What is IRCTC hotel scam?)
जानकारी के अनुसार, दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट आज इस मामले में आरोप तय करने पर अपना फैसला सुनाएगी. इस मामले की सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने संयुक्त रूप से जांच की थी. दोनों जांच एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि यह घोटाला 2004 से 2006 के बीच सामने आया था, जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे. इस घोटाले में रेलवे कंपनी IRCTC के अंतर्गत आने वाले होटलों के रखरखाव और संचालन के ठेके अनियमित रूप से कुछ कंपनियों को दिए गए थे.
बदले में लालू परिवार को पटना में एक प्रमुख स्थान पर जमीन दी गई थी. यह मामला सीधे तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार से जुड़ा है और इसकी जांच CBI और ED ने की थी. CBI की विशेष अदालत आज (13 अक्टूबर) को इस मामले पर अपना फैसला सुनाएगी.
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इस घोटाले में मुख्य कंपनी कौन सी थी? (Which was the main company involved in this scam?)
सुजाता होटल्स प्राइवेट लिमिटेड इस पूरे घोटाले में शामिल मुख्य कंपनी थी. रांची स्थित BNR होटल का ठेका 27 दिसंबर, 2006 को इसी कंपनी को ₹15.45 करोड़ में दिया गया था, जबकि पुरी स्थित BNR होटल का ठेका ₹9.96 करोड़ में दिया गया था. इस कंपनी को होटल का ठेका देने के लिए, नीलामी में भाग लेने वाली एक अन्य कंपनी, MS होटल केसरी, को गलत तरीके से अयोग्य घोषित कर दिया गया था.
लालू को कैसे मिली जमीन? (How did Lalu get the land?)
आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने IRCTC होटल घोटाले से भारी मुनाफा कमाया. बताया जा रहा है कि इस घोटाले में लालू को पटना के पॉश इलाके बेली रोड पर लगभग 3 एकड़ बेशकीमती व्यावसायिक जमीन दी गई थी. इस ज़मीन पर एक मॉल बनाने की योजना थी और इस जमीन की कीमत कथित तौर पर लगभग ₹94 करोड़ (लगभग 1.47 अरब डॉलर) आंकी गई थी. 2005 में सुजाता होटल्स के निदेशकों ने यह जमीन डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड को मात्र ₹1.47 करोड़ (लगभग 1.47 अरब डॉलर) में बेच दी, जो बाजार मूल्य से काफी कम थी.
कैसे हुआ था जमीन का सौदा? (How was the land deal done?)
सुजाता होटल्स ने जिस डिलाइट मार्केटिंग कंपनी को 94 करोड़ रुपये की जमीन सिर्फ 1.47 करोड़ रुपये में दी थी, वह राजद नेता प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता के नाम पर पंजीकृत थी और इसे बेनामी कंपनी बताया जा रहा है. जमीन का सौदा तय होने के बाद सरला गुप्ता ने जमीन का नियंत्रण लालू परिवार को सौंप दिया. सरला गुप्ता ने जमीन राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के नाम कर दी. कंपनी का नाम भी बदलकर लारा प्रोजेक्ट्स एलएलपी कर दिया गया.
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