gold vs stock market: इस साल, स्टॉक मार्केट और सोना दोनों ने नए ऑल-टाइम हाई को छुआ है. सोना, एक सेफ-हेवन इन्वेस्टमेंट एसेट के तौर पर अपना आकर्षण बनाए रखा और 2025 में अब तक घरेलू मार्केट में लगभग 67 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. इस साल, सोना लगभग 1,32,000 रुपये के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया. लेकिन सेंसेक्स और निफ्टी का रिटर्न सोने की तुलना में कैसा रहा? आइए जानते.
सेंसेक्स और निफ्टी में कितनी बढ़ोतरी हुई?
31 दिसंबर, 2024 को सेंसेक्स 78,139.01 पर था, जबकि पिछले शुक्रवार को यह 85,712.37 पर बंद हुआ. इसका मतलब है कि इस साल अब तक इसमें 9.69 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. इस दौरान, सेंसेक्स ने 86,159.02 का अब तक का सबसे ऊंचा स्तर छुआ. 31 दिसंबर, 2024 को निफ्टी 23,644.80 पर था, जबकि शुक्रवार को यह 26,186.45 पर बंद हुआ. इसका मतलब है कि इस साल इसमें 10.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.
इस साल अब तक निफ्टी ने 26,325.80 का अब तक का सबसे ऊंचा स्तर छुआ है.
आगे कौन रहा?
2025 में, सेंसेक्स ने 9.7 प्रतिशत और निफ्टी ने 10.75 प्रतिशत का रिटर्न दिया. इस बीच, सोने की कीमत में 67 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. इसका मतलब है कि सोने ने सेंसेक्स के मुकाबले छह गुना से ज़्यादा और निफ्टी के मुकाबले लगभग छह गुना ज़्यादा रिटर्न दिया.
क्या 2026 में सोना और भी महंगा हो जाएगा?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर ग्लोबल हालात और रुपये-डॉलर एक्सचेंज रेट में ज़्यादा बदलाव नहीं होता है या रुपया कमज़ोर होता है, तो 2026 में सोने की कीमत 5 से 16 परसेंट और बढ़ सकती है. वे यह भी कहते हैं कि सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब हैं, इसलिए सोच-समझकर इन्वेस्ट करना ज़रूरी है.
सोने की कीमत कितनी बढ़ी है?
दिल्ली बुलियन एसोसिएशन के डेटा के अनुसार, इस साल 1 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत ₹79,390 प्रति 10 ग्राम थी, जो पिछले शुक्रवार, 5 दिसंबर को बढ़कर ₹132,900 प्रति 10 ग्राम हो गई. इस साल अब तक सोने की कीमत में लगभग 67 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. इसके अन्य कारणों में डॉलर के मुकाबले रुपये का कमजोर होना और मजबूत ग्लोबल संकेत शामिल हैं.

