LPG provider: जब आपका गैस सप्लायर समय पर गैस नहीं पहुंचाते या शिकायत नहीं सुनते अगर आप भी मनमानी से परेशान हैं तो जल्द ही आपको इन सब चीजो से आराम मिलने वाला है. PNGRB (पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड) एक बड़े बदलाव की तैयारी में है. अब ग्राहक अपना गैस कनेक्शन को किसी दूसरी कंपनी में ट्रांसफर कर सकेगें. ठीक मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) की तरह ही. पहले LPG पोर्टेबिलिटी सिर्फ एक ही कंपनी के डीलरों के बीच ही होती थी. मतलब, अगर आपकी गैस किसी कंपनी की है, तो आप केवल उसी कंपनी के किसी और डीलर से सिलेंडर ले सकते थे. अगर किसी दूसरी कंपनी का सिलेंडर लेने के लिए आपको नया कनेक्शन बनाना पड़ता था.
PNGRB की नई योजना के तहत इस समस्या को खत्म किया जाएगा. इसका मतलब है कि ग्राहक नया रजिस्ट्रेशन किए बिना अपने पुराने कनेक्शन को ही बदल सकते हैं. वे अपनी LPG कनेक्शन किसी भी अन्य कंपनी में वे अपनी LPG कनेक्शन किसी भी अन्य कंपनी में बदल सकेंगे. इससे ग्राहकों को ज्यादा सुविधा मिलेगी और कंपनियां अपनी सेवा बढ़ाने के लिए प्रयास करेंगी. इस कदम से गैस सप्लायर की गलतियां और गैस पहुंचाने में देरी की समस्या खत्म होगी जिससे ग्राहक अपनी पसंद की सेवा ले सकेंगे.
LPG कनेक्शन बदलना पहले से भी ज्यादा आसान
भारत में LPG पोर्टेबिलिटी 2014 में शुरू हो चुका था और 480 जिलों तक ये सर्विस दी जाती है. हालांकि, तब केवल डीलर बदलने की अनुमति थी. मतलब ग्राहक किसी कंपनी का सिलेंडर को केवल उसी कंपनी के दूसरे डीलर से रिफिल करा सकते थे. अब नई योजना के मुताबिक ग्राहक अपनी कंपनी बदलने का भी विकल्प पाएंगे.
ग्राहकों का फायदा
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया था कि देश में LPG कनेक्शनों की संख्या 2014 में 14 करोड़ थी और अब ये संख्या बढ़कर 33 करोड़ से भी ज्यादा हो चुकी है. ज्यादा ग्राहकों को देखते हुए सरकार ने सेवा सुधार और सुविधाएं बढ़ाने का काम शुरू किया है. मंत्री ने बताया कि ग्राहक संख्या बढ़ने से उनकी सेवा को को और बेहतर बनाना जरूरी है. इसी सोच के साथ पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (PNGRB) एलपीजी पोर्टेबिलिटी ई योजना लाने की तैयारी कर रहा है. अब ग्राहक को नया गैस कनेक्शन लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी जिससे उन्हें बेहतर सेवा मिलेगी और विकल्पों की संख्या बढ़ेगी.

