Ukraine Russia Peace Talks: सालों से चल रही रूस-यूक्रेन जंग में अब तक दुनिया ने काफी कुछ देख लिया है। दो कट्टर दुश्मनों (Trump-Putin Meeting) के बीच मुलाकात भी हो गई लेकिन अब तक इस जंग को खत्म करने पर बात नहीं बन पाई है। अब खबर सामने आई है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पुतिन के उस न्यौते को ठुकरा दिया है, जिसमें उनको मॉस्को में आकर शांति वार्ता करने का ऑफर दिया था। जेलेंस्की ने साफ शब्दों में कहा है कि ‘वो (पुतिन) कीव आ सकते हैं, मैं मॉस्को नहीं जाऊंगा।’
पुतिन की ये एक राजनीतिक चाल – जेलेंस्की
एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में जेलेंस्की ने कहा कि, ‘मैं उस राजधानी में कैसे जाऊं, जहां से हर दिन मेरे देश पर मिसाइलें बरसाई जा रही हैं? मैं आतंक के गढ़ मॉस्को में नहीं जा सकता। जेलेंस्की ने आगे कहा कि यह पेशकश महज पुतिन कि एक राजनीतिक चाल है।
बता दें कि यूक्रेन के पश्चिमी इलाके में रूस के हाल के हमलों में एक अमेरिकी स्वामित्व वाली फैक्ट्री तबाह हुई। जेलेंस्की ने मौके पर पहुंचकर कहा कि, इससे साफ होता है कि पुतिन असल में शांति वार्ता नहीं चाहते, बल्कि सिर्फ टाइम बाय करना चाहते हैं।
महज समय खराब कर रहे हैं Putin – जेलेंस्की
ज़ेलेंस्की ने दोनों देशों के बीच शांति वार्ता को लेकर पुतिन पर निशाना साधा और कहा कि वह अमेरिका के साथ ‘राजनीतिक खेल’ खेल रहे हैं। ज़ेलेंस्की ने आगे कहा, “मैं हर प्रारूप में बैठकों के लिए तैयार हूं। स्विट्जरलैंड, तुर्की, वेटिकन और खाड़ी देशों जैसे कई देश शांति वार्ता के लिए तैयार हैं। लेकिन अगर कोई युद्ध के दौरान ऐसा प्रस्ताव रखता है जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता, तो यह सिर्फ समय बर्बाद करने की कोशिश है।”
आपको बता दें कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने ज़ेलेंस्की को शांति वार्ता के लिए मॉस्को आने का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर ज़ेलेंस्की तैयार हैं, तो उन्हें मॉस्को आना चाहिए। बैठक जरूर होगी। लेकिन यूक्रेन का रुख बिल्कुल अलग था। लेकिन ज़ेलेंस्की ने रूस के सामने शर्त रखी है कि असली बातचीत तभी संभव होगी जब रूस हमले बंद कर देगा।
पुतिन और जेलेंस्की की सीधी मुलाकात नामुमकिन!
ट्रंप जब से अमेरिकी राष्ट्रपति बने हैं, दुनिया को यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि उनके अलावा इस युद्ध को कोई और ख़त्म नहीं कर सकता। लेकिन अब तक उनकी सारी कोशिशें नाकाम साबित हुई हैं। अलास्का में पुतिन से मुलाक़ात के दौरान ट्रंप ने एक ‘त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन’ का प्रस्ताव भी रखा था।
हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि शायद पहले एक द्विपक्षीय बैठक करनी होगी। लेकिन दूसरी ओर, जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ ने साफ़ कहा कि मौजूदा हालात में पुतिन और ज़ेलेंस्की के बीच सीधी मुलाकात ‘लगभग नामुमकिन’ है।

