माइग्रेन एक ऐसी समस्या है जो सिर्फ सिरदर्द तक सीमित नहीं रहती, बल्कि आपकी कार्यक्षमता और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है. खासकर ऑफिस के माहौल में, जहां लंबे समय तक कंप्यूटर स्क्रीन पर काम करना पड़ता है, तेज रोशनी और लगातार तनाव माइग्रेन का कारण बन जाते हैं.ये उपाय दवाइयों का विकल्प नहीं हैं, लेकिन इनके साथ मिलकर आपका जीवन आसान जरूर बना सकते हैं. आइए जानते हैं 10 आसान बदलाव जो ऑफिस में माइग्रेन से बचाव में मदद कर सकते हैं.
पर्याप्त पानी पिएं
कैफीन का संतुलन रखें
कैफीन माइग्रेन के लिए दोहरा असर डाल सकता है. थोड़ी मात्रा में यह सिरदर्द कम कर सकता है, लेकिन यदि कॉफी, चाय या एनर्जी ड्रिंक्स का सेवन ज्यादा हो जाए, तो यह माइग्रेन का ट्रिगर बन जाता है. कई लोग काम के तनाव में दिनभर कॉफी पीते हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन और नींद प्रभावित होती है. बेहतर होगा कि आप कैफीन का सेवन सीमित रखें, और हर्बल चाय या नींबू पानी जैसे विकल्प अपनाएं. संतुलन से माइग्रेन को नियंत्रित रखना आसान हो जाता है.
हेल्दी ब्रेकफास्ट लें
सुबह का नाश्ता छोड़ना माइग्रेन की संभावना को कई गुना बढ़ा देता है. लंबे समय तक भूखे रहने से ब्लड शुगर लेवल गिर जाता है और दिमाग पर दबाव बढ़ता है, जिससे सिरदर्द शुरू हो सकता है. इसलिए ऑफिस जाने से पहले या ऑफिस में हेल्दी ब्रेकफास्ट करना जरूरी है. इसमें ओट्स, फल, दही या प्रोटीन से भरपूर विकल्प शामिल किए जा सकते हैं. नियमित और संतुलित नाश्ता ऊर्जा बनाए रखता है, मूड बेहतर करता है और माइग्रेन अटैक से बचाने में मदद करता है.
स्क्रीन ब्राइटनेस एडजस्ट करें
कंप्यूटर या लैपटॉप स्क्रीन की तेज रोशनी और लंबे समय तक इस्तेमाल आंखों पर दबाव डालते हैं. यह दबाव सीधे सिरदर्द और माइग्रेन में बदल सकता है. ऑफिस में काम करते समय स्क्रीन की ब्राइटनेस को अपनी आंखों के हिसाब से सेट करना जरूरी है. साथ ही ब्लू-लाइट फिल्टर का इस्तेमाल करें और हर 30-40 मिनट बाद स्क्रीन से नजरें हटाकर थोड़ी देर के लिए आंखों को आराम दें. ये छोटे-छोटे कदम न केवल माइग्रेन को रोकते हैं बल्कि आंखों की सेहत भी बचाते हैं.

