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क्या तेज चार्जर से फट सकता है फोन? सच्चाई जानकर रह जाएंगे हैरान

कई बार जब हम इमरजेंसी में अपने फोन को किसी ज्यादा पावर वाले चार्जर से जोड़ते हैं, तो मन में सवाल आता है- क्या ऐसा करने से फोन फट सकता है? क्या इससे बैटरी को नुकसान होता है? आइए जानते हैं असलियत, ताकि अगली बार चार्ज करते वक्त डर नहीं, भरोसा रहे.

Published by Renu chouhan

आजकल हर किसी की जिंदगी इतनी भागदौड़ भरी है कि फोन चार्ज करने का भी वक्त नहीं मिलता. ऐसे में फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी हमारी लाइफ का जरूरी हिस्सा बन गई है. लेकिन कई बार जब हम इमरजेंसी में अपने फोन को किसी ज्यादा पावर वाले चार्जर से जोड़ते हैं, तो मन में सवाल आता है- क्या ऐसा करने से फोन फट सकता है? क्या इससे बैटरी को नुकसान होता है? आइए जानते हैं असलियत, ताकि अगली बार चार्ज करते वक्त डर नहीं, भरोसा रहे.

क्या तेज चार्जर सच में फोन फाड़ सकता है?
इसका जवाब है- नहीं! आज के स्मार्टफोन और चार्जर दोनों ही काफी एडवांस और “स्मार्ट” बन चुके हैं. इनमें एक खास सिस्टम होता है जिसे Power Negotiation Protocol कहा जाता है. इसका मतलब है कि जब आप फोन और चार्जर को जोड़ते हैं, तो दोनों आपस में “बात” करते हैं. यानी, फोन खुद चार्जर को बताता है कि उसे कितनी पावर चाहिए, और चार्जर भी उतनी ही बिजली भेजता है. मान लीजिए आपका फोन 18W चार्जिंग सपोर्ट करता है और आप 65W का चार्जर लगाते हैं, तो चार्जर अपने आप आउटपुट घटाकर 18W पर ही चार्ज करेगा. इससे फोन को कोई नुकसान नहीं होता.

कैसे करता है काम बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम (BMS)?
हर मॉडर्न स्मार्टफोन के अंदर एक इनबिल्ट Battery Management System (BMS) होता है. यह सिस्टम चार्जिंग के दौरान वोल्टेज, तापमान और करंट को लगातार मॉनिटर करता है. अगर बैटरी ज्यादा गर्म हो जाए या ओवरलोड हो जाए, तो BMS तुरंत चार्जिंग को धीमा कर देता है या बंद कर देता है. यही वजह है कि आजकल के फोन्स में ओवरचार्जिंग या ब्लास्ट का खतरा बहुत कम हो गया है.

नकली चार्जर से हो सकता है बड़ा नुकसान
अब तक सब ठीक था, लेकिन असली खतरा आता है लोकल या नकली चार्जर्स से. ये चार्जर न तो किसी ब्रांड के होते हैं और न ही किसी सेफ्टी स्टैंडर्ड को फॉलो करते हैं. अगर आप ऐसे चार्जर से फोन चार्ज करते हैं, तो बैटरी फूल सकती है, ओवरहीट हो सकती है या फट भी सकती है. इसलिए हमेशा किसी भरोसेमंद ब्रांड जैसे Samsung, Xiaomi, Apple या OnePlus का ऑरिजनल चार्जर ही इस्तेमाल करें.

सुरक्षित चार्जिंग के गोल्डन रूल्स
अगर कभी आपको फोन की कंपनी वाला चार्जर न मिले और दूसरे चार्जर का इस्तेमाल करना पड़े, तो कुछ बातें हमेशा ध्यान में रखें-
– चार्जर USB-PD (Power Delivery) या Qualcomm QC (Quick Charge) प्रोटोकॉल को सपोर्ट करता हो.
– चार्जर किसी जाने-माने ब्रांड या BIS (Bureau of Indian Standards) सर्टिफाइड कंपनी का हो.
– चार्जिंग के दौरान फोन को बिस्तर या तकिए पर रखकर न चार्ज करें, ताकि गर्मी आसानी से निकल सके.

Renu chouhan
Published by Renu chouhan

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