गांगुली ने क्या कहा ?
गांगुली ने कहा, ‘मैं इसके कार्यक्रम से सहमत हूँ। खेल चलते रहना चाहिए। पहलगाम में जो हुआ वह कभी नहीं होना चाहिए, लेकिन हम इसे खेल को रोकने नहीं दे सकते। आतंकवाद खत्म होना चाहिए। भारत ने इसके खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है, अब यह बीती बात हो गई है। खेल चलते रहना चाहिए।’
लोगों ने दी प्रतिक्रिया
अब गांगुली के बयान की आलोचना हो रही है। सवाल उठ रहे हैं कि जब पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद भारत के लोगों की जान ले रहा है, तो क्या यह कहना सही है कि खेल जारी रहना चाहिए? कई पूर्व खिलाड़ी और आम लोग सोशल मीडिया पर गांगुली से पूछ रहे हैं कि क्या क्रिकेट को पाकिस्तान के साथ रिश्ते सामान्य करने का माध्यम बनना चाहिए, जब खून की होली खेली जा रही हो?

