Asia Cup 2025 के विवाद के बाद भविष्य में भारत और पाकिस्तान के बीच मैचों की संख्या कम करने की मांग उठ रही है. हालांकि, BCCI के एक अधिकारी ने इन सुझावों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि इस तरह की बातचीत करना आसान है, लेकिन कोई आसान फैसला नहीं होता क्योंकि इसमें कई स्पॉंसर शामिल होते हैं और अंतिम फैसला स्पॉंसर्स और ब्रॉडकास्टर्स की मंज़ूरी के बाद ही लिया जा सकता है. आठ टीमों के इस टूर्नामेंट में दोनों टीमों के बीच काफ़ी नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला, जिसमें सूर्यकुमार यादव की अगुवाई वाली भारतीय टीम द्वारा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) और एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के प्रमुख मोहसिन नक़वी से ट्रॉफी लेने से इनकार करने के रूप में हुई.
भारत और पाकिस्तान टूर्नामेंट में तीन बार आमने-सामने हुए, और हर बार भारत विजयी रहा. पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह पहली बार था जब दोनों टीमें एक-दूसरे के खिलाफ खेलीं. 14 सितंबर को हुए ग्रुप स्टेज के मैच में सूर्यकुमार और उनकी टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने उठाई थी मांग
21 सितंबर को हुए सुपर 4 मैच में पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने भड़काऊ इशारे किए, जिससे दोनों टीमों के बीच कड़वाहट साफ़ तौर पर फैल गई. हाल ही में, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथरटन ने ICC से आग्रह किया कि दोनों टीमों के बीच और मैच न कराए जाएं, क्योंकि मौजूदा माहौल ठीक नहीं है.
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इस सुझाव पर प्रतिक्रिया देते हुए, BCCI के एक अधिकारी ने दैनिक जागरण को बताया कि ऐसी सलाह देना आसान है, लेकिन इस समस्या का कोई आसान समाधान नहीं है. अधिकारी ने कहा कि इन सब पर बात करना आसान है, लेकिन क्या स्पॉंसर और ब्रॉडकास्टर इससे सहमत होंगे? आज की स्थिति में अगर कोई भी बड़ी टीम, सिर्फ़ भारत ही नहीं, किसी टूर्नामेंट से हट जाती है, तो स्पॉंसर्स को आकर्षित करना मुश्किल होगा.
अभी भी भारत ट्रॉफी से वंचित
भारत द्वारा नक़वी से ट्रॉफी लेने से इनकार करने के बाद, उन्हें अभी तक ट्रॉफी नहीं मिली है. नक़वी अभी भी ट्रॉफी सौंपने को लेकर अड़े हुए हैं, इसलिए, यह स्पष्ट नहीं है कि सूर्यकुमार यादव और उनकी टीम कब खिताब अपने नाम करेगी.
जागरण के मुताबिक़, एशिया कप की ट्रॉफी दुबई स्थित ACC मुख्यालय में है. हाल ही में, नक़वी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि अगर भारत को ट्रॉफी चाहिए, तो उनके कप्तान सूर्यकुमार को दुबई आकर उनसे ले लेनी चाहिए.
हाल ही में हुई ACC की मीटिंग में नक़वी और BCCI के प्रतिनिधियों (राजीव शुक्ला और आशीष शेलार) के बीच तीखी बहस देखने को मिली. हालांकि, नक़वी लगातार टालते रहे और इस बारे में कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया कि वह ट्रॉफी कब सौंपने वाले हैं.
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