पूर्व भारतीय लेग-स्पिनर अमित मिश्रा ने एमएस धोनी (MS Dhoni) को लेकर चल रही उन तमाम अटकलों और अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया है, जिनमें दावा किया जा रहा था कि धोनी की कप्तानी की वजह से उनके करियर को नुकसान पहुंचा. एक हालिया पॉडकास्ट में मिश्रा ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी धोनी को अपनी असफलताओं का जिम्मेदार नहीं ठहराया, बल्कि वह अपनी अंतरराष्ट्रीय वापसी का पूरा श्रेय ‘माही’ को ही देते हैं.
धोनी के खिलाफ आरोपों पर दो टूक
एक यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान अमित मिश्रा ने उन दावों को गलत बताया कि धोनी के कप्तान होने से उनका करियर प्रभावित हुआ. उन्होंने भावुक होते हुए कहा, “यह कहना बिल्कुल गलत है कि धोनी की वजह से मेरा करियर छोटा रहा. सच तो यह है कि अगर धोनी भाई का साथ और भरोसा न होता, तो शायद मुझे टीम इंडिया के लिए दोबारा खेलने का मौका ही नहीं मिलता.”
वापसी और कप्तान का भरोसा
मिश्रा ने बताया कि भारतीय टीम में उनकी दोबारा एंट्री सिर्फ धोनी की लीडरशिप की वजह से मुमकिन हो पाई थी. उन्होंने कहा कि बतौर कप्तान धोनी ने उन पर गहरा विश्वास जताया और मुश्किल वक्त में उन्हें फिर से अपनी काबिलियत साबित करने का मौका दिया.
शानदार करियर और आंकड़े
अमित मिश्रा का अंतरराष्ट्रीय सफर 2003 में वनडे डेब्यू के साथ शुरू हुआ था. इसके बाद उन्होंने 2008 में टेस्ट और 2010 में टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कदम रखा.
टेस्ट: 22 मैच, 76 विकेट
वनडे: 36 मैच, 64 विकेट
टी20: 10 मैच, 16 विकेट
मैदान पर धोनी की सलाह
न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने आखिरी वनडे मैच की यादें साझा करते हुए मिश्रा ने बताया कि कैसे धोनी की एक सलाह ने मैच का पासा पलट दिया था. उस मैच में उन्होंने मात्र 18 रन देकर 5 विकेट चटकाए थे. मिश्रा के अनुसार, “धोनी हमेशा मुझे अपना स्वाभाविक खेल दिखाने और आत्मविश्वास के साथ गेंदबाजी करने के लिए प्रेरित करते थे.”
IPL के ‘हैट्रिक किंग’ और संन्यास
अमित मिश्रा ने सितंबर 2025 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया. आईपीएल (IPL) इतिहास में भी उनका नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज है. 162 मैचों में 174 विकेट लेने के साथ-साथ वह इस टूर्नामेंट में तीन हैट्रिक लेने वाले इकलौते गेंदबाज हैं.

