IAS Tina Dabi Samosa Controversy: राजस्थान के बाड़मेर में आयोजित जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (DISHA) की बैठक के दौरान ज़ोरदार हंगामा देखने को मिला. जहां, बाड़मेर की कलेक्टर आईएएस टीना डाबी को जिले के कार्यों की समीक्षा में देरी को लेकर निर्दलीय विधायक रविंद्र भाटी और सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा.
आईएएस पर भड़के विधायक भाटी
मीटिंग में सबसे ज्यादा गुस्सा विधायक रविंद्र भाटी आईएएस टीना डाबी पर करते हुए नज़र आए. उन्होंने फटकार लगाते हुए कहा कि “अगर कोई काम नहीं होना है तो, इतनी लंबी बैठकें क्यों आयोजित की जाती हैं.” साथ ही उन्होंने आगे कहा कि “मीटिंग क्यों करवाते हैं? मीटिंग में हम लोगों का समय खराब किया जा रहा है.
क्या समोसा खाने के लिए होती है मीटिंग?
इसके अलावा उन्होंने आगे फटकार लगाते हुए कहा कि “तो मतलब चार साल बाद जो मीटिंग की वो समोसा खाने के लिए की”. साथ ही यह भी कहा कि ‘सभी के इतने काम है फिर भी चार साल बाद क्यों हो रही है मीटिंग?”.तो वहीं, दूसरी तरफ इस मामले में सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने भी अधिकारियों के गैर-जिम्मेदाराना रवैये पर कड़ी नाराज़गी जताई और कलेक्टर टीना डाबी से इस पर मामले को लेकर साफ शब्दों में जवाब भी मांगा है.
अधिकारियों के गोलमोल जवाब पर आया गुस्सा
दरअसल, यह पूरा विवाद तब शुरू हो गया जब सांसद और विधायक ने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की. इतना ही नहीं अधिकारियों द्वारा खराब गुणवत्ता, अवैध खनन और अन्य परियोजनाओं में देरी पर संतोषजनक जवाब नहीं दिए जाने पर सांसद और विधायक का सारा गुस्सा बाहर आ गया और उन्होंने आईएएस टीना डाबी को जमकर फटकार भी लगाई.
सांसद उम्मेदाराम ने तो एक अधिकारी को यह कहते हुए भी फटकार लगाई कि अगर जवाब नहीं देना था, तो बैठक में आने का आखिर क्या फायदा है? “सिर्फ चाय समोसा खाए और चल दिए. “

