बजरंगी सिंह की माधोपुर से रिपोर्ट: सवाई माधोपुर के रण्थंभौर दुर्ग स्थित भगवान त्रिनेत्र गणेश का तीन दिवसीय लक्खी मेला कल मंगलवार 26 अगस्त से शुरु होगा। मुख्य मेला 27 अगस्त को होगा। भारी बरसात से क्षतिग्रस्त हुए। त्रिनेत्र गणेश मार्ग को जिला प्रशासन एवं वन प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए दुरस्त किया गया है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओें की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने 1500 पुलिस अधिकारी व जवानों का जाप्ता तैनात किया है।जिले में बरसात का जोर है, ऐसे में जिला कलेक्टर कानाराम एवं पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने भगवान त्रिनेत्र गणेश के दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं से प्रशासन की गाइड लाइन की पालना करने का आह्वान किया है। हाल ही परिक्रमा मार्ग पर बाघ के पगमार्ग देखे जाने से समूह में यात्रा करने का आग्रह किया है। जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले में भारी बरसात के चलते रणथंभौर दुर्ग जाने वाला मार्ग जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गया।
गणेश मेले में पर्याप्त पुलिस जाप्ता लगाया जाएगा
भगवान त्रिनेत्र गणेश के तीन दिवसीय लक्खी मेले को देखते हुए जिला प्रशासन एवं वन प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करे हुए क्षतिग्रस्त मार्ग को दुरस्त किया है। श्रद्धालुओं की मंशा के अनुसार सोमवार को शाम चार बजे तक भगवान गणेश के दर्शनाथ जाने की अनुमति जारी की गई है। गणेश मेले में पर्याप्त पुलिस जाप्ता लगाया जाएगा। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पानी वाली जगहों पर जगह-जगह बेरिकेडिंग की गई है। रणथम्भौर टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघों की हाल की गतिविधियों को देखते हुए वन क्षेत्र में बेरिकेटिंग, चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा गार्ड तैनात कर खण्डार, बोदल, उलियाणा से आने वाले अवैध रास्तों को पूर्णतः बंद किया जाएगा, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित मार्ग से ही मंदिर पहुंचें। उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि मुख्य मार्ग से ही दुर्ग में समूह में प्रवेश करें। परिक्रमा मार्ग में सिर्फ दिन में ही प्रवेश दिया जाएगा। परिक्रमा मार्ग का भी समूह में ही श्रद्धालु उपयोग करें। मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं मेला व्यवस्था को लेकर पुलिस अधीक्षक अनील कुमार बेनीवाल ने 1500 का पुलिस जाप्ता लगाया है व 5 आरएसी की कम्पनी तैनात की है। दस भाग में 1500 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी लगाए गए हैं। इनमें 9 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 14 पुलिस उपाधीक्षक रेंक के पुलिस अधिकारी शामिल हैं। 5 आरएसी कम्पनी, 150 होमगार्ड, 150 पुलिस मित्र, 25 स्थाई चौकियां बनाई गई है तथा 10 मोबाइल यूनिट्स तैनात की गई है। एसपी ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि अनावश्यक रूप से परिक्रमा मार्ग का उपयोग नहीं करें। रविवार को भी परिक्रमा मार्ग में बाघ के पगमार्क देखे गए हैं।
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सफाई कर्मियों को रिफलेक्टर जैकेट
श्रद्धालु प्रशासन की गाइड लाइन की पालना कर व्यवस्थाओं में सहयोग करें। कलेक्टर ने यात्रियों के लिए परिवहन व्यवस्था मजबूत करने के लिए रोडवेज अधिकारियों को अतिरिक्त बसें लगाने और ओवरलोडिंग पर रोक के निर्देश दिए। रेलवे स्टेशन से मेला पार्किंग स्थल तक 20 रुपए किराए पर 50 प्रतिशत रियायत लागू की जाएगी, जिससे यात्रियों को मात्र 10 रुपए किराया देना होगा। यह सूचना सभी बसों पर चस्पा करने के निर्देश दिए गए। रणथम्भौर दुर्ग क्षेत्र, जोगी महल से गणेशधाम सहित सम्पूर्ण मैला परिसर में बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने, साइलेंट जनरेटर लगाने और बारिश के दौरान करंट हादसों से बचाव के लिए पुख्ता इंतज़ाम होंगे। मेले में साफ-सफाई के लिए सभी सफाई कर्मियों को रिफलेक्टर जैकेट पहनने होंगे। मंदिर परिसर व भण्डारे स्थलों पर डस्टबिन रखे जाएंगे, अस्थाई एवं मोबाइल शौचालय भी लगाए जाएंगे। मेले के दौरान जलभराव वाले स्थानों पर गोताखोर एवं एसडीआरएफ की टीमें तैनात रहेंगी। चौकसी के लिए पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम एवं चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे। चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी।
कमर्शियल गैस सिलेंडर का उपयोग सख्त
जिला कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि मेले में सिंगल यूज़ प्लास्टिक सामग्री जैसे पॉलिथीन, डिस्पोजल कप-प्लेट, चम्मच आदि पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। भण्डारे केवल निर्धारित स्थलों पर ही लगाए जाएंगे। नगर परिषद क्षेत्र में होटल राज पैलेस से सरस डेयरी, डोसा कार्नर तय एवं पंचायत क्षेत्र में भण्डारे पार्क सीमा से बाहर हेलीपेड से मेन रोड के मध्य खाली भूमि पर ही लगाए जा सकेंगे। अमानक सामग्री (प्लास्टिक कप, पॉलिथीन आदि) तथा कमर्शियल गैस सिलेंडर के उपयोग पर सख्त रोक रहेगी। मेला क्षेत्र में चिकित्सा टीमों की 8-8 घंटे की पारियों में ड्यूटी रहेगी तथा एम्बुलेंस भी तैनात की जाएगी। खाद्य निरीक्षक और रसद विभाग की टीमें मिलावटी व सड़े-गले खाद्य पदार्थों की बिक्री रोकने के लिए निगरानी रखेंगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और जिला रसद अधिकारी को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए कि भण्डारों में गुणवत्तापूर्ण भोजन वितरित हो। गणेशधाम तिराहे एवं रणथम्भौर दुर्ग स्थित मंदिर परिसर में 24 घंटे सक्रिय नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं।

