Free Gas Cylinder On Diwali : उत्तर प्रदेश की महिलाओं के लिए इस साल की दिवाली बेहद खास होने जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से जुड़ी करोड़ों महिलाओं को मुफ्त गैस सिलेंडर देने का ऐलान किया है.
ये सुविधा ‘यूपी फ्री गैस सिलेंडर योजना’ के तहत दी जा रही है. खास बात ये है कि दिवाली और होली दोनों त्योहारों पर लाभार्थी महिलाओं को भरा हुआ एलपीजी सिलेंडर मुफ्त में मिलेगा. इस बार के दिवाली सिलेंडर के लिए प्रोसेस अक्टूबर में ही शुरू कर दिया गया है, ताकि त्योहार से पहले ही सिलेंडर महिलाओं तक पहुंच जाए.
क्या है यूपी फ्री गैस सिलेंडर योजना?
ये योजना विशेष रूप से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से जुड़ी गरीब महिलाओं के लिए है. इसके तहत सरकार त्योहारों के समय पात्र महिलाओं को एक मुफ्त सिलेंडर देती है. हालांकि इसमें एक प्रक्रिया होती है उपभोक्ताओं को पहले सिलेंडर की पूरी कीमत गैस एजेंसी को चुकानी होती है, लेकिन ये राशि बाद में सब्सिडी के रूप में सीधे उनके बैंक खाते में भेज दी जाती है.
इस तरह महिलाओं को सिलेंडर मुफ्त में मिल जाता है और ये आर्थिक रूप से राहत देने वाला कदम साबित होता है.
e-KYC है जरूरी, वरना रुक सकती है सब्सिडी
अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहती हैं, तो ध्यान दें कि आपके उज्ज्वला कनेक्शन की e-KYC (इलेक्ट्रॉनिक केवाईसी) पूरी होनी चाहिए.
इसके लिए आप:
उज्ज्वला योजना की वेबसाइट पर जाकर.
अपनी गैस कंपनी जैसे इंडेन, भारत गैस या एचपी को चुनकर.
ऑनलाइन e-KYC करा सकती हैं.
अगर इंटरनेट नहीं है, तो आप अपने नजदीकी गैस एजेंसी पर जाकर ये प्रक्रिया करवा सकती हैं.
कौन महिलाएं ले सकती हैं इस योजना का लाभ?
अगर आपने अभी तक उज्ज्वला योजना में आवेदन नहीं किया है, तो अब भी मौका है. योजना के तहत पात्र महिलाओं को मिलता है:
फ्री गैस कनेक्शन.
रेगुलेटर और पाइप.
पहला भरा हुआ सिलेंडर मुफ्त में.
और हर साल 9 सिलेंडरों तक ₹300 प्रति सिलेंडर की सब्सिडी.
पात्रता की शर्तें:
महिला की उम्र 18 साल या उससे ज्यादा होनी चाहिए.
महिला SC/ST, BPL कार्डधारक, अत्यंत पिछड़ा वर्ग या प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की लाभार्थी हो.
अंत्योदय अन्न योजना से जुड़ी महिलाएं.
या फिर गरीबी के 14 सूत्रीय मानदंडों में आने वाले परिवारों की महिलाएं.
इस योजना से होंगे क्या फायदे?
त्योहार पर खर्च में राहत.
स्वच्छ ईंधन से स्वास्थ्य बेहतर.
घर के बजट में संतुलन.
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम.

